यह सवाल लंबे समय से लोगों के जहन में रहा है की अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी। इस बारे में मांसाहारी लोगों का कथन है कि चूंकि मुर्गी मांसाहारी होती है इसलिए उसका अंडा भी मांसाहारी है। कुछ लोग यह दलील भी देते हैं कि इसमें से चूजा जन्म लेता है अतः यह मांसाहारी ही हुआ। कुछ लोग इस बात पर अपना अलग ही तर्क रखते हैं। इन लोगों का कहना है कि जब गाय के पेट से निकला दूध शाकाहारी होता है तो मुर्गी का अंडा भी शाकाहारी हुआ। इस प्रकार से आम लोगों की अलग अलग धारणाएं हैं लेकिन असल बात यह है कि इस बारे में वैज्ञानिक क्या विचार देते हैं।
यह कहते हैं वैज्ञानिक –
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आमतौर पर यह कहा जाता है कि जिस अंडे से चूजा निकलता है। वह अंडा मांसाहारी कहलाता है। इस प्रकार की धारणा रखने वाले लोगों को यह जान लेना चाहिए कि मुर्गी आखिर अंडा किस प्रकार से देती है। असल में मुर्गी हर एक या दो दिन में अंडे देती है लेकिन यह जरुरी नहीं है कि वह अंडा मुर्गे के संपर्क में आने से ही उत्पन्न हुआ हो। इस प्रकार से जो अंडे मुर्गे के संपर्क में आये बिना ही उत्पन्न होते हैं। वे अंडे वेज कहलाते हैं। वैज्ञानिक इन अण्डों को अनफर्टिलाइज्ड एग कहते हैं। इसी प्रकार से जो अंडे मुर्गे के संपर्क में आने के बाद पैदा होते हैं। वे मांसाहारी कहलाते हैं। इन अंडों में गैमीट सेल होते हैं। इनसे बाद में चूजे उत्पन्न होते हैं।
इस प्रकार पहचाने शाकाहारी है या मांसाहारी अंडा –
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जो अंडे आपको बाजार में मिलते हैं। वे फार्म से बाजार में आते हैं। किसान उन्ही अंडो को बेचता है जिनसे चूजे नहीं निकलते हैं। जिन अंडों से चूजे निकलने की संभावना होती है। उनको किसान अपने ही फार्म में रखता है ताकि मुर्गे मुर्गियों की संख्या बढ़ सके। इस प्रकार से यह तय हो जाता है कि बाजार में बिकने वाले अंडे वेज ही होते हैं।