नया साल आया तो अन्ना हजारे ने भी प्रधानमंत्री को नए साल की बधाई देने के लिए एक चिट्ठी लिख डाली। एक ऐसी चिट्ठी जिसमें नए साल की मुबारकबाद के बाद चुनावी वादा पूरा नहीं करने की याद दिलाई गई है। इतना ही नहीं अन्ना हजारे ने चिट्ठी में यह भी कह डाला कि उन्हें वर्तमान की भाजपा और पूर्व की कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के बीच कोई अंतर नजर नहीं आता। अन्ना ने नए साल की शुभकामनाएं देते हुए अपने तीन पन्नों के खत में प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह काला धन वापस लाने और भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने जैसे 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए अपने वादे भूल गए हैं।
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अन्ना ने प्रधानमंत्री को अपनी चिट्ठी के माध्यम से याद दिलाया कि चुनाव से पहले उन्होंने जनता से जो वादा किया था कि सत्ता में आने पर देश को भ्रष्टाचारमुक्त कर देंगे उस पर कुछ नहीं हुआ और महंगाई भी कम नहीं हुई है। अन्ना ने पीएम से कहा है कि आपने वादा किया था कि सरकार में आकर पहले 100 दिनों में ही विदेश से काला धन वापस लाया जाएगा। हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कर दिए जाएंगे, लेकिन यह अभी तक नहीं हो पाया है। लोगों को 15 लाख रुपए तो दूर 15 रुपये भी नहीं मिले।
चिट्ठी में अन्ना ने यह लिखा कि ‘आप न तो लोकपाल और लोकायुक्त कानून की बात कर रहे हैं, न ही उसे लागू कर रहे हैं। हमें उम्मीद थी कि आप ‘मन की बात’ कार्यक्रम में इस पर कुछ कहेंगे।’ अंत में अन्ना ने यह भी कहा कि ‘हो सकता है कि आपको मेरे पत्र से गुस्सा आए और आप उसे कचरे के डिब्बे में फेंक दें। मैं तो एक साधारण आदमी हूं, जिसके पास सरकार के विरुद्ध कोई शक्ति नहीं है। मैं अधिक से अधिक यही कर सकता हूं कि आंदोलन शुरू करूं।’