सन् 1999 में हुए कारगिल के युद्ध को भारत आज तक नहीं भूल पाया है। आंखें नम हैं, पर सीना आज भी चौड़ा है। वहीं दूसरी ओर इस जख्म को हरा करते हुए पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने एक चैनल पर कुबूल किया है कि कारगिल युद्ध भारत की पीठ पर छुरा था। नवाज शरीफ ने माना कि उन्होंने अटल सरकार पर खंजर घोंपा था। पीएम शरीफ ने एक पैनल डिस्कशन के यह भी कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझसे गिला करते हुए कहा था कि ‘एक तरफ तो लॉ ऑफ डिक्लियरेशन हो रहा है और दूसरी ओर कारगिल की मिसएडवेंचर देकर पीठ में खंजर घोंपा गया’।
क्या हुआ था कारगिल युद्ध में-
Image Source: http://www.indusage.com.au/
कारगिल का युद्ध सन् 1999 मई में भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के कारगिल जिले में हुआ था। इस युद्ध में कश्मीरी उग्रवादी और पाकिस्तान की सेना ने सीमा को लांघ कर भारत की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तान का कहना था कि लड़ने वाले सारे कश्मारी उग्रवादी हैं। हालांकि कुछ दस्तावेजों के जरिए पता लगा था कि इसमें पाकिस्तान की सरकार भी शामिल है। 5000 घुसपैठिये और 30,000 भारतीय सैनिक इस युद्ध में शामिल थे। इस युद्ध का परिणाम नवाज शरीफ सरकार के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हुआ। वहां राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता बढ़ गई। नतीजन नवाज शरीफ की सरकार को हटाकर परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन गए, लेकिन भारत में इस युद्ध को लेकर देशप्रेम देखने को मिला और भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली।