गर्मी के इस बढ़ते कहर के कारण भारत के कई राज्यों में पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है, जिस कारण वहां के निवासियों को सूखे का सामना करना पड़ रहा है। रांची के समीप एक गांव के कुष्ठ रोग से ग्रस्त लोगों ने भी सूखे की समस्यां का समाधान निकालने के लिए भीख मांगकर पैसे इकट्ठा किए और फिर तालाब बनवाने का फैसला लिया।
कुष्ठ रोग से ग्रस्त रोगियों ने सूखे की परेशानी से निजात पाने का हल खुद ही निकाला। बता दें कि इनमें से एक दम्पति जोड़ा, लॉरेंस की आंखों की रोशनी कई सालों से गायब है, लेकिन उनकी पत्नी का साथ उन्हें जीवन के हर कदम पर मदद करता है। इस दंपती जोड़े का कहना है, “कूदरत ने काया नहीं दिया, ठहरे अनपढ़ और भीख मांगे जतन नहीं करते, तो फिर बड़ी विपदा से हमें कौन बचाता”
उन्होंने कहा कि पानी की कमी के कारण हमने भीख में मिले पैसों से तालाब बनवाने का फैसला ले लिया। गांव के हर परिवार की आंखों में यही चिंता है कि तालाब में कब खूब सारा पानी इकट्ठा हो। पानी गांव के हर परिवार के लिए पूरा हो जाए, इसके लिए तालाब को गहरा और चौड़ा बनवाया जा रहा है।
इस गांव के प्रधान, मुरारी गोस्वामी का कहना है कि चैत के महीने में तालाब जब सूख गया, तो गांव के सभी लोगों की बेबसी बढ़ती रही। गांव में एक दो कुएं और हैं, लेकिन उनसे गांव की कुल आबादी की प्यास नहीं भूझ सकती हैं। इस विषय पर सोचकर हमारी कमेटी ने एक बैठक बुलवाई और तय किया कि हर परिवार को तालाब बनवाने के लिए 200 रुपए देने होंगे। जिस पर हर परिवार ने हामी भी भर दी और जल्द से जल्द इस अभियान को चलाया गया और पैसे जुटा लिए।