जिस तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति बनी रहती है उसे देखते हुए भारतीय वायुसेना ने अपनी तरफ से युद्ध की तैयारी अभी से करनी शुरू कर दी है। भारत अपनी तरफ से भविष्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। इसलिए भारतीय वायुसेना भविष्य के लिए देश की ऐसी सड़कों को चिन्हित कर रही है जहां आपात परिस्थितियों में लड़ाकू विमानों को लैंड करवाया जा सके।
इंडियन एयरफोर्स ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों को अपग्रेड किए जाने या नई सड़कों के निर्माण की योजना का ब्योरा देने को कहा है।
Image Source: http://defencetalk.net/
वायुसेना चाहती है कि अगर भविष्य में जरूरत पड़े तो सड़क के एक हिस्से का इस्तेमाल रनवे की तरह किया जा सके। जिसके बाद फाइटर प्लेन को जरूरत पड़ने पर उड़ान भरने के साथ-साथ हाईवे पर उतारा भी जा सके। वायुसेना ने इस साल जुलाई में इसी तरह की एक लैंडिंग करवाई थी। यमुना एक्सप्रेस वे पर मिराज-2000 की सफल लैंडिंग करवाई गई थी।
Image Source: https://upload.wikimedia.org
सूत्रों के अनुसार राजस्थान, गुजरात और पंजाब में इस तरह की सड़कें बनवाई जाएंगी, क्योंकि यह राज्य पाकिस्तान बॉर्डर से लगे हैं। ऐसी जानकारी मिली है कि पंजाब में ऐसे आठ राजमार्गों की पहचान की गई है। इसके अलावा और भी कई सड़कें हैं जिनमें जरूरी फेरबदल करके रनवे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। जिस प्रकार से भारतीय वायुसेना भविष्य के लिए अभी से प्रयास कर रही है वह सराहनीय है।