मम्मी पापा के इमोशनल ब्रह्मास्त्र जिसे सुनकर अच्छे अच्छों की निकल जाती है हवा ..

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घऱ हो या परिवार बच्चों को सही दिशा दिखाने का दायित्व हर मां बाप होता है। उनकी देखरेख करना से लेकर हर जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी इन्ही दो सदस्यों की रहती है। जिसे पूरा करने में वो जी जान लगा देते हैं। क्योकि बच्चों की खुशी में उनकी खुशी छिपी होती है। हर घर में मम्मी पापा अपने बच्चों का उसी तरह से केयर करते है जैसे कि दूसरों परिवार के मम्मी पापा…पर हर घर के मम्मीपापा जब भी बच्चों को डाटते है तो उनके डायलॉग्स सेम ही क्यों होते है। आइये आज हम मम्मी पापा के उन ब्रह्मास्त्र के बारें में चर्चा कर रहे है। जिसे सुनकर अच्छे अच्छों की हवा निकल जाती है।

आपने तो अच्छी तरह से सुना भी होगा कि मम्मी-पापा के कुछ डायलॉग्स तो ऐसे होते हैं जिन्हे सुनकर हंसी भी आती है। तो कभी संजीदा हो जाते हैं तो कभी सरप्राइज़ ही हो जाते हैं। आज हम भी आपके लिए कुछ ऐसे ही डायलॉग्स लेकर आए हैं जिन पर मम्मी-पापा का कॉपीराइट है। तो चलिए आज हम बताते है मम्मी पापा के वो खास डायलॉग्स जो न जाने कितनी बार आपने उनसे सुने होगे।

मम्मी पापा

हम लोग पूरा महीना चला लेते थे –

हम लोग पूरा महीना चला लेते थेहम लोग पूरा महीना चला लेते थे

मम्मी मैने इस महीने पूरे 3000रू की बचत की है तो वहां से जबाब मिलता है बेटा जितने की तूने बचत की उतनें में हम लोग पूरा महीना चला लेते थे।

इसी दिन के लिए तुझे पाल-पोस कर बड़ा किया था –

हम्ममम.ये डायलॉग पर बैसे हर मम्मियों का कॉपीराइट हैं कभी कभी कम्पनी देने के लिये पापा भी इस ब्रह्मासत्र का हिस्सा बन जाते हैं और फिर हमारे सारी बातों को फेल करते हुए मम्मी अपनी बात मनवा ही लेती हैं। कईं बार तो देखा जाये इस डायलॉग को आंसुओं का इमोशनल टच मिलकर पूरा काम कर जाता है।

जब तुम्हारे बच्चे होंगे तब पता चलेगा –

जब तुम्हारे बच्चे होंगे तब पता चलेगा

अक्सर जब बच्चे पैरेंट्स की बात नहीं मानते हैं तो उस दौरान अपनी बात को मनवाने के लिये पैरेंट्स कुछ इसी प्रकार की बात कहते है। जिसका सीधा मतलब  होता है कि हमारी बात मान लो।

अभी नखरा कर लो ससुराल जाकर पता चलेगा –

मां से थोड़ा खाने पीने के बारें में बात करों तब लड़कियों को यही बात सुनने को मिलती है।

देखते है शादी के बाद कितना सोती है –

देखते है शादी के बाद कितना सोती है

छुट्टी के दिन लेट उठने पर मम्मी का सबसे पहला डायलॉग यही होता है

अभी से थकने लगी तो हमारी उम्र में क्या हाल होगा –

मां बाप को किसी काम से मना करने पर यदि ये बहाना बता दो कि मै अभी थकी हूं थोड़ी देर बाद कर दूगीं ..तो समझ सकती है वहां से आने वाला जबाब क्या होगा।

जब खुद कमाओगे तब पता चलेगा –

यदि घर पर रखें पुराने समान को आपने बाहर करने की सलाह मम्मी पापा को दे दी। तो फिर दोनों के मिलने वाले अस्त्र से आप छूट नही पायेगें।

इस फोन को आग लगा दो –

इस फोन को आग लगा दो

घर के किसी काम में यदि मम्मी का हाथ ना बटा पाये या फिर उनकी बात नही सुन पाये तो सबसे पहला निकलने वाला वाण यही होगा।

तू कितना कमजोर हो गया है कुछ खाता-पीता नहीं है क्या –

तू कितना कमजोर हो गया है कुछ खाता-पीता नहीं है क्या

बच्चा कितना भी खा ले पर मां के सामने हमेशा कमजोर ही नजर आता है। तब उस दौरान इस डायलॉग को बोलने का क्रेडिट सारी मम्मियों को ही जाता है। वैसे आपको बता दे कि इसमें मां की डांट कम प्यार ज्यादा ही झलकता है।

मेरी बेटी/मेरा बेटा लाखों में एक है –

बच्चा कैसा भी हो हर मां बाप का प्यारा होता है।  ये उस दौरान पता चलता है जब आपके प्रति कोई दूसरा आकर कुछ बोल जाता है।  तब बड़े ही विश्वास और गर्व के साथ कहती हुई मां उन लोगों से भिड़ जाती है। “मेरी बेटी/मेरा बेटा लाखों में एक है”

Pratibha Tripathi
Pratibha Tripathihttp://wahgazab.com
कलम में जितनी शक्ति होती है वो किसी और में नही।और मै इसी शक्ति के बल से लोगों तक हर खबर पहुचाने का एक साधन हूं।

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