जैसा की आप जानते ही हो कि भारत की घरती विभिन्न धर्मों की धरती रही है इसलिए ही यहां पर अलग-अलग तरह की संस्कृति देखने को मिलती है पर इतने सारे धर्म होने के बाद भी इनमें साम्प्रदायिक सौहार्द की भावना निहित है, शायद यही कारण रहा है कि भारत आज नई ऊंचाइयों को छूता जा रहा है। आज हम आपको एक ऐसी ही मिसाल की बात बता रहें हैं जिसमें हिन्दू सहित अन्य धर्मों के लोगों ने साथ में दशहरा मनाया और भगवान राम के रथ को साथ में खींचा, आइये जानते हैं इस बार हुए अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा के बारे जहां पर ऐसा दृश्य देखने को मिला है।
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अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा, कुल्लू में पुराने समय से मनाया जाता रहा है, इस धार्मिक कार्यक्रम में बकायदा भगवान राम की रथ यात्रा निकाली जाती है पर इस बार यह प्रोग्राम कुछ अलग ही रंग लिए हुआ था। असल में इस बार की रथ यात्रा में हिन्दू और मुस्लिम लोगों सहित सिक्ख धर्म के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है और भगवान राम के रथ को खींचा है। हिन्दू और मुस्लिम लोग मिलकर भगवान राम की रथ को खींच रहें थे, वहीं दूसरी और सिक्ख समुदाय के लोग इस यात्रा में उपस्थित सभी लोगों पर इत्र का छिड़काव कर रहें थे। जानकारी के लिए आपको यह भी बता दें कि यह कुल्लू की रथ यात्रा “देव महाकुंभ” के नाम से प्रसिद्ध है, हालांकि पहले भी इस रथ यात्रा में कई अन्य धर्मों के लोग अपना-अपना योगदान देते रहें हैं पर इस बार मुस्लिम लोगों के भागीदार बनने पर पर इस रथ यात्रा का रंग और भी बढ़ गया था। वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन एवं मुस्लिम नेता गुलजार भारती का कहना है कि अन्य धर्मों के लोगों की ही भातिं ही मुस्लिम लोग भी रथ यात्रा में अपनी भागीदारी देंगे और रथ को खींचेंगे, कुल्लू के दशहरा में रथ को खींचना बहुत शुभ माना जाता है। कुल्लू का यह प्रोग्राम दशहरा के दिन से एक सप्ताह तक चलता है।