बाल संरक्षण गृह, जिसमें 12 से 18 साल तक की अनाथ लड़कियों को रखा जाता है। हालांकि रोजगार लगने के बाद भी इन लड़कियों को वहां पर रहने की अनुमति होती है। वह चाहें तो विवाह होने तक वहां रह सकती हैं, लेकिन यूपी की राजधानी लखनऊ में बाल संरक्षण गृह का एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे आपको कहीं ना कहीं बाल संरक्षण गृह की गंदी हकीकत का सच्चाई का पता चलेगा।
जी हां, लखनऊ के बाल संरक्षण गृह में एक लड़की गर्भवती पाई गई है। जिसके बाद से बाल संरक्षण गृह सुरक्षा के सवालों को लेकर घेरे में आ गया है। इस मामले में यूपी सरकार ने बाल संरक्षण गृह की सुप्रिटेंडेट को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गये हैं।
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यूपी की महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री शादाब फातिमा का कहना है कि मामले के संज्ञान में आते ही अधीक्षिका को निलंबित करने के साथ-साथ जांच के आदेश दे दिए गये हैं। इसकी जांच महिला कल्याण के प्रमुख सचिव खुद करेंगे। बता दें कि यह मामला बीते 5 अप्रैल को सामने आया था जब बाल गृह अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह को तीन लड़कियों को बाल संरक्षण से हटाने जाने की खबर मिली थी। उसके बाद जांच करने पर उन्हें पता चला था कि उनमें से एक लड़की गर्भवती है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उसके बाद दो और युवतियों के गर्भवती होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
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वीरांगना अवंतीबाई महिला अस्पताल में 5 युवतियों का मेडिकल चेकअप करवाया गया। जिसमें से दो युवतियों के गर्भवती होने की पुष्टि बुधवार को हुई है। वहीं खबर ये भी है कि अब तक 4 युवतियों के गर्भवती होने की बात सामने आ चुकी है। जिससे अब चारों तरफ बस यही हलचल मची है कि आखिर इसके पीछे कौन जिम्मेदार है। आखिर कैसे ये युवतियां गर्भवती हुईं। क्या बाल संरक्षण गृह में कोई हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट तो नहीं चल रहा।
वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोग भी इससे इंकार नहीं कर रहा है। उनका कहना है कि वह इस मामले की तह तक जाकर जांच करेंगे। हालांकि ऐसा हो सकता है कि इसकी जानकारी सिर्फ संरक्षण गृह की सुप्रिटेंडेट को ही हो क्योंकि पूरा मामला सामने आने के बाद जब अधीक्षिका को बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तलब किया तो वह वहां नहीं पहुंची। जिसके बाद उसे निलंबित कर समन भेजने की तैयारी की जा रही है।
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बता दें कि बाल संरक्षण गृह में रहने वाली हर युवती और लड़कियों की हर महीने मेडिकल जांच होती है, लेकिन अबकी बार हुई इस जांच ने पूरे बाल संरक्षण गृह की नींद को उड़ा कर रख दिया है। इस बालिका गृह में अभी तक 72 लड़कियां रहती हैं। बहरहाल अब इस मामले की जांच के लिए टीम भी गठित कर ली गई है। ऐसे में अब देखना होगा कि आखिर इस पूरे मामले पर जांच के बाद क्या सच्चाई निकल कर सामने आती है।