राजनीतिक गलियारों में भूचाल लेकर आया 2016 में फ्रांस का 36 राफेल विमान जो आज के समय में गर्मजोशी से भरा मुद्दा बन चुका है। जिसकी खरीद को लेकर हर राजनीतिक पार्टी इसे चुनावी मुद्दा बना रही है। वही दूसरी ओर बीजेपी अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधरा बता रही है। पर जिसके नाम को लेकर बवाल मचा है वो यानी रिलायंस डिफेंस पूरी तरह खमोश है। भारतीय सियासत का भूचाल उस दौरान और अधिक बड़ गया। जब फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने मीडियापार्ट को दिए इंटरव्यू में ये साबित कर दिया कि राफेल डील में रिलायंस का नाम खुद भारत सरकार ने सजेस्ट किया था, पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के द्वारा दिया ये बयान कांग्रेस के लिये एक वरदान साबित हो गया जिससे उसने सरकार को पूरी तरह से अपने निशाने पर ले लिया।
अब आलम ये है कि हर दिन इस खरीदारी में नए-नए नाम जुड़ते जा रहे हैं, पहले तो महज अनिल अंबानी और सराकर तक ही सीमित था, लेकिन, बाद में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति का भी नाम समेट लिया गया, पर अब जो नाम जुड़ा है वो सबको हैरान करने वाला है, वो नाम है फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की गर्ल फ्रेंड का, अब तो आलम ये है कि पूरी की पूरी राफेल डील ओलांद की प्रेमिका के नाम के आस-पास घूम रही है, ऐसे में सवाल ये उठता है कि ये महिला है कौन? और इस डील से इसका क्या वास्ता है।
पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने अपने बयान में ये दावा किया कि राफेल विमान बनाने के 58 हजार करोड रुपए के समझौते के लिए अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस डिफेंस का नाम खुद भारत सरकार ने ही सजेस्ट किया था। उन्होंने कहा कि फ्रांस के पास उस वक्त कोई विकल्प नहीं था, वैसे आपको बतादें कि इससे पहले सरकार बिल्कुल उलट बयान देती रही है।
राफेल विवाद पर फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद जम कर हंगामा हुआ, अगर कुछ दिन पहले की बात करें तो कांग्रेस ने ओलांद को भी लपेटे में लिया था। कांग्रेस का आरोप है कि राफेल डील फाइनल होने से पहले ओलांद की कथित प्रेमिका जूली गायेट को ओबलाइज करने के कोशिश की गई है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट की माने तो फ्रांस्वा ओलांद की भारत यात्रा (जब राफेल डील पर समझौता हुआ) उस वक्त दो दिन पहले अनिल अंबानी की रिलायंस एंटरटेनमेंट कंपनी ने ओलांद की गर्ल फ्रेंड जूली गायेट के साथ एक फिल्म के निर्माण की डील साइन की थी।
फिल्म निर्माण के लिए बजट की बात पर जूली गायेट, फ्रांस्वा ओलांद और फिल्म ‘माई फैमिली’ के निर्माता सभी ने यह घोषणा की थी कि फिल्म में रिलायंस की भागीदारी का राफेल डील से कोई लेना-देना नहीं है। बावजूद इसके फिल्म के लिए धन उसी समय लगाया गया था।
ऐसे में ये सवाल उठता लाजमी है कि 25 जनवरी 2016 को जब राफेल समझौते के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भारत आए तभी अनिल अंबानी ने फिल्म के लिए फाइनेंस की घोषणा की थी, रिलायंस एंटरटेनमेंट ने उस फ्रांसीसी फिल्म के लिए बजट मुहैया कराया था। खास बात ये है कि उस फिल्म में भारत का ना ही कोई रोल था और ना ही भारत में वह रिलीज की गई।
अब अगर बात करें फ्रांस की खूबसूरत अभिनेत्रियों की तो उनमें जूली गायेट का नाम खास मुकाम पर है, वह ‘राइजिंग फीमेल ऑफ फ्रांसीसी प्रोड्यूसर’ की लिस्ट में भी शामिल हैं। वैसे आपको बता दें कि जूली ज्यादा चर्चा में तब आईं जब उनका नाम पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से जुड़ा, जूली का नाम पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की प्रेमिका के रूप मशहूर हुईं, वैसे इससे पहले भी वो एक कामयाब एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर थीं। जूली ने अपने करियर की शुरुआत को-प्रोड्यूसर के तौर पर की थी, जूली की दो फिल्में ऑस्कर के लिए नोमिनेट हुईं थीं।
45 वर्षीय खूबसूरत जूली गायेट की प्रमुख फिल्में हैं ‘क्वाई डी ऑर्से’ ये फिल्म फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय पर आधारित थी। इसके अलावा फिल्म ‘शेल वी चुंबन’ भी उनकी प्रमुख फिल्म मानी जाती है। जूली की ‘माई बेस्ट फ्रेंड’ फिल्म भी बेहद लोकप्रिय रही है। यही वो विवादित फिल्म है जिसमें रिलायंस एंटरटेनमेंट पर राफेल डील से पहले पैसा लगाने का आरोप लगा रहा है।