क्या किसी जिंदा महिला को 11 दिन तक कब्र में दफ़न किया जा सकता है और यदि ऐसा किया जाएं तो 11 दिन बाद उसका क्या हाल होगा। आपको बता दें की हालही में ब्राजील में एक ऐसी ही घटना सामने आई है। इस घटना में एक परिवार ने अपने घर की लड़की को मृत मानकर गलती से दफना डाला था। कब्र में वह लड़की चीखती रही चिल्लाती रही पर किसी ने उसकी और ध्यान नहीं दिया। कुछ लोग जो लड़की की कब्र की और से गुजरे उन्हें लड़की की आवाज का अहसास हुआ और इसके बाद में लड़की की कब्र को खोद कर बाहर निकाला गया। कब्र को जैसे ही खोला गया।
सभी लोग हैरान पड़ गए। असल में लड़की मर चुकी थी पर उसकी कब्र पर लड़की के जीवित होने के प्रमाण थे। कब्र के अंदर कई चिंह इस बात की गवाही दे रहें थे की कुछ समय पहले लड़की जिंदा थी। कब्र के अंदर ब्लड के कुछ निशान भी थे। जो इस बात के गवाह थे की लड़की ने कब्र से बाहर आने की काफी नाकाम कोशिश की थी। यहां तक की कब्र की कीले भी ढीली पड़ गई थीं।
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घटना स्थल की स्थानीय निवासी महिला एना फ्रांसिस्को ने बताया की “मृतक लड़की का नाम रोजांगेला अल्मेंडा दा सांतो था और वह एक 37 वर्षीय युवती थी। उसके परिवार के लोगों ने समझा की लड़की की मौत सेप्सिस के संक्रमण से हो चुकी है। इसके बाद में परिवार के लोगों ने लड़की को लकड़ी के ताबूत में बंद कर सीमेंट की कब्र में दफना डाला था। कुछ समय बाद में वहां खेल रहें बच्चों ने कब्र से आती कुछ आवाजों को सुना। बच्चों पास ही रहने वाली महिला नतालिना सेल्वा को इस बारे में बताया।
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नतालिना सेल्वा ने भी कब्र से 2 बार किसी के हांफने की आवाजे आते सुनी। इसके बाद में उन्होंने लड़की के परिवार के लोगों को उसके जीवित होने की सूचना दी पर जब तक कब्र खोदी गई। तब तक कैफीन देर हो चुकी थी।” स्थानीय पुलिस अधिकारी अर्नाल्डो मोंटे का कहना है की कब्र के पास काफी लोगों की भीड़ थी। लड़की की बॉडी को करीब 500 लोगों ने टच कर देखा और बताया की उसका शरीर अभी गर्म था। इसका मतलब लड़की कुछ समय पहले तक जिंदा थी। अब लड़की की बॉडी का परिक्षण कराया जायेगा ताकी पता लग सके की वास्तव में हुआ क्या था।