तंत्र शास्त्र का भारत के साथ प्राचीन रिश्ता रहा हैं। आज भी अपने देश में कई ऐसे प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां पर तांत्रिक तंत्र क्रिया करते हैं। देखा जाए तो पुरातन काल से ही भारत में तंत्र शास्त्र का अध्ययन होता रहा हैं। मध्यकाल में तंत्र शास्त्र के प्रति लोगों में एक नयी मानसिकता का जन्म हुआ जिसके कारण इसके प्रति समाज में नकारात्मक मानसिकता का आविर्भाव हुआ। आज भी तंत्र क्रिया करने वाले तांत्रिक को समाज में बहुत शंकालू दृष्टि से देखा जाता हैं, पर आज भी ऐसे कई स्थान हैं जहां खुले आम तांत्रिक साधना करते हैं। आज हम आपको देश के कुछ ऐसे मंदिरो के बारे में बता रहें हैं जहां तंत्र क्रियाओं को किया जाता हैं। आइये जानते हैं इन मंदिरों के बारे में।
1 – वेताल मंदिर –
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वेताल मंदिर भारत के उड़ीसा प्रदेश में हैं। यह उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित हैं। इस मंदिर को 8वीं सदी में निर्मित किया गया था। मंदिर के अंदर देवी चामुंडा की प्रतिमा स्थापित हैं जोकि प्रथम महाविद्या महाकाली का ही प्रतिरूप मानी जाती हैं। यहां पर खुले आम तांत्रिक तंत्र साधना करते हुए देखे जा सकते हैं। वर्ष के चारों नवरात्रों में यहां बहुत से तंत्र साधक आते हैं।
2 – बैजनाथ मंदिर –
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बैजनाथ मंदिर हिमाचल प्रदेश में स्थित हैं। यह मंदिर भगवान शिव का मंदिर हैं जोकि स्वयं तंत्र के अधिष्ठाता माने जाते हैं। यह बहुत प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां दूर दूर से लोग इसके दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर में शिवलिंग के रूप में भगवान शिव स्थापित हैं। इस मंदिर में भी बहुत से तंत्र साधक अपनी तंत्र साधनायें करने आते हैं।
3 – कालीघाट मंदिर –
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यह मंदिर कोलकाता में स्थित हैं। इस मंदिर में देवी काली की प्रतिमा हैं। यह मंदिर तंत्र साधकों के लिए एक सिद्धभूमि के सामान हैं। यहां सामान्यतः तो वर्ष भर तंत्र क्रियाएं चलती हैं, पर नवरात्र के दिनों में इस मंदिर में उच्च स्तर की तंत्र साधनायें संपन्न की जाती हैं। ऐसी मान्यता हैं कि इस स्थान पर ही देवी सती की अंगुलियां गिरी थीं।
4 – कामाख्या मंदिर –
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यह मंदिर तांत्रिको के लिए एक सिद्ध स्थान माना जाता हैं। इस स्थान पर प्रत्येक समय तंत्र क्रियाएं चलती रहती हैं। माना जाता हैं इस स्थान पर संपन्न की जाने वाली तंत्र साधनाये हमेशा सिद्ध होती हैं इसलिए यहां पर पूरे वर्ष तांत्रिको का जमावड़ा लगा रहता हैं। यह मंदिर वर्तमान में तंत्र के सिद्ध स्थानों में सर्वोपरि माना जाता हैं।