सामान्य तौर पर अभिवादन करते समय सभी “नमस्ते” शब्द का उपयोग करते हैं, पर अपने देश में एक ऐसा स्थान भी है जहां नमस्ते नहीं, बल्कि “शिक्षित नागरिक” बोल कर अभिवादन किया जाता है। जी हां, आज हम आपको इस बारे में ही बता रहें हैं, जहां पर संबोधन की परिभाषा ही बदल दी गई है। आपको बता दें कि यह स्थान भोपाल का डिंडौरी है, यहां पर नमस्ते के स्थान पर “शिक्षित नागरिक” शब्द का उपयोग होता है। आइए अब आपको बताते है कि आखिर क्यों इस स्थान पर नमस्ते की जगह पर “शिक्षित नागरिक” शब्द का उपयोग होता है और किसने इस प्रकार की प्रथा की शुरुआत किया।
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सबसे पहले हम आपको बता दें कि भोपाल के डिंडौरी नामक क्षेत्र के विधायक ओमकार सिंह मरकाम है। वर्तमान में ओमकार सिंह मरकाम काफी चर्चा में हैं। ये जब भी किसी से मिलते हैं तब नमस्ते शब्द के स्थान पर “शिक्षित नागरिक” शब्द का उपयोग करते हैं और सामने वाला जवाब में “विकसित भारत” बोलता है। असल में ओमकार सिंह वर्तमान में देश में “शिक्षा की समानता आंदोलन” चला रहें हैं। इसकी शुरुआत उन्होंने अपने क्षेत्र सहित आसपास के कई जिलों से की है। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में ओमकार सिंह ने कहा है कि 1 से लेकर 10 वीं तक सभी की शिक्षा सामान स्तर पर तथा क्षेत्रीय भाषा में हो, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़ सकें। हाल ही में ओमकार सिंह भोपाल पहुंचे। अपने साथ में वे अपने आंदोलन के पेंफ्लेट लिए हुए थे। इस दौरान वे जिस भी स्थान पर पहुंचे वहां उन्होंने पेंपलेट्स बांट कर अपनी बात सभी के सामने रखी। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन में लोगों का सहयोग लेने के लिए उन्होंने 76111-38818 नंबर भी जारी किया है तथा फेसबुक पर “शिक्षा की समानता” नाम से एक फेसबुक पेज भी बनाया हुआ है।