गुफाएं आपने काफी देखी ही होगीं। अपने देश में बहुत सी गुफाएं हैं जिनमें से कुछ धार्मिकता से जुड़कर काफी प्रसिद्ध भी हो चुकी हैं। इस प्रकार की गुफाओं में आज भी लोग धार्मिक यात्राओं के उद्देश्य से जाते हैं। बहुत सी गुफाएं अपने देश में ऐसी भी हैं जो काफी प्राचीन हैं और आज भी उनमें किसी न किसी प्रकार के चमत्कार की सुगबुगाहट बनी रहती है। आज हम आपको अपने देश की एक ऐसी ही गुफा के बारे में जानकारी दे रहें हैं जो भगवान शिव से जुडी है। इस गुफा में से डमरू की ध्वनि आती है जिसके कारण यह गुफा रहस्यमयी बनी हुई है। आइये अब आपको विस्तार से बताते हैं इस गुफा के बारे में।
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आपको सबसे पहले हम बता दें कि यह गुफा देवभूमि हिमाचल प्रदेश में स्थित है और इस गुफा के बारे में बहुत अधिक लोगों को पता नहीं है। इस गुफा के अंदर एक शिवलिंग भी अवस्थित है जिस पर गुफा की छत पर लगे थननुमा पत्थरों से सफ़ेद पानी से अभिषेक होता रहता है। यह सफ़ेद पानी इस गुफा के अंदर कहां से आता है इस बात का पता अभी तक वैज्ञानिक भी नहीं लगा सके हैं। इस गुफा के प्रवेशद्वार पर एक पत्थर की बड़ी शिला भी है जिसको यदि थपथपाया जाएं तो गुफा के अंदर से डमरू की ध्वनि आती हुई सुनाई पड़ती है। आपको जानकारी के लिए बता दें की यह गुफा हिमाचल प्रदेश के सोलन से 7 किमी दूर स्थित “पट्टाघाट” नामक स्थान पर है। रहस्यमय गुफा वाले स्थान को “शिवढांक” भी कहा जाता है। इस गुफा तक पहुंचने के लिए काफी मुश्किल रास्ता पूरा करना पड़ता है। इस गुफा के पुजारी लोगों की मानें तो इस गुफा में पूर्वकाल में भगवान शिव ने तपस्या की थी और उसके बाद वे यहीं शिवलिंग रूप में स्थापित हो गए थे।
ऐसी विविध धार्मिक मान्यताओं वाला हमारा भारतवर्ष अपनी किसी न किसी विशेषता से हमें अचंभित करता रहता है और शायद ऐसे उदाहरणों से उपजी श्रद्धा सनातन धर्म में हमारा विश्वास और अधिक अटूट करती है |
जय भोलेनाथ!