बहुत सी खबरें किसी को भी हैरान कर देती हैं, हाल ही में एक ऐसी ही खबर आई है भारत के त्रिपुरा से, जहां एक महिला ने अपने नवजात बच्चे को महज कुछ हजार रूपए में बेच दिया है। जी हां, यह हाल ही का मामला भारत के त्रिपुरा से सामने आया है। आपको बता दें कि यहां एक महिला ने सिर्फ इसलिए अपने बच्चे को बेच दिया क्योंकि उसके पास अपने पति का इलाज करवाने के लिए पैसे नहीं थे, आइए आपको विस्तार से बताते हैं इस खबर के बारे में।
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उषा रजंन देववर्मा एक दिहाड़ी मजदूर हैं, जोकि त्रिपुरा के खोवई जिले में अपने परिवार के साथ रहते हैं, ये आदिवासी जनजाति से ताल्लुक रखते हैं, हाल ही में इनकी पत्नी दीनमाला 3 बच्चे होने के बाद फिर से मां बनी है। आपको हम बता दें कि उषा रजंन लंबे समय से कई बीमारियों से ग्रसित है तथा घर की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब है। दिनमाला के एक और बच्चे को जन्म देने के बाद उसकी एक पड़ोसन ने उसको सुझाव दिया कि वह इस नवजात बच्चे को एक ऐसे दंपत्ति को बेच दे जिसके बच्चे न हो इससे उसको पैसे भी मिलेंगे और उसके पति का इलाज भी हो जाएगा। दिनमाला को सुझाव अच्छा लगा और उसने अपने पति के इलाज के लिए अपने बच्चे को महज 7600 रूपए में बेच दिया। यह घटना जब उजागर हुई तो वर्तमान में त्रिपुरा की सरकार पर विपक्ष ने हमला कर, इस मामले को जमकर भुनाया और इस मामले से त्रिपुरा सरकार की काफी किरकिरी भी हुई। खबर उजागर होने के बाद में बीजेपी नेता एस. कुमार जमातिया दिनमाला से मिलने उसके घर पहुंचे और उसके पति के इलाज तथा उसके घर के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। उषा रंजन को भी बीजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया, पर इस परिवार ने अपने बच्चे को बेचने की घटना को गलत बताया है।