अभिनेता शाहरुख खान को आज कौन नहीं जानता, पर हालही में हुए “यश चोपड़ा मेमोरियल अवॉर्ड” पर शाहरुख ने अपने जीवन का सबसे दुखद दिन ठहराते हुए कहा कि आज का दिन उनके जीवन का सबसे दुख भरा दिन है। जी हां, वैसे देखा जाए तो वर्तमान में शाहरुख खान अपने अभिनय के क्षेत्र में चरम पर है और देश दुनिया में उनके करोड़ों फैनस हैं, पर हालही के “यश चोपड़ा मेमोरियल अवॉर्ड” पर शामिल शाहरुख ने इस दिन को अपने जीवन का सबसे दुखद दिन करार दिया, आइए अब आपको बताते हैं इस बारे में कि आखिर शाहरुख को किस बात का दुख था।
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आपको सबसे पहले हम बता दें कि हालही में “यश चोपड़ा मेमोरियल अवॉर्ड” से अभिनेता शाहरुख खान को नवाजा गया है। इस अवसर पर सिमी ग्रेवाल, रेखा, शत्रुघ्न सिन्हा, यश चोपड़ा की पत्नी पामेला चोपड़ा भी शामिल थी। इस अवसर पर सभी ने शाहरुख खान के साथ गुजारे हुए अपने समय को सभी के साथ शेयर किया और कई अनजानी बातें बताई। इस अवसर पर रेखा ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि “हम लोग प्लेन में जा रहें थे और मैं बहुत ज्यादा थकी हुई थी, इसलिए मुझे नींद आ गई पर प्लेन में मुझे शाहरुख ने डूबते सूर्य को देखने के लिए जबरन उठाया था, पर मुझे ज्यादा थकान थी, इसलिए मैं डूबते सूरज को नहीं देख पाई, इस समय शाहरुख़ ने बताया की असल में वह रेखा को डूबता सूरज को दिखाने के लिए नहीं उठा रहें थे, बल्कि वे उनसे बातें करने के लिए बहाना खोज रहे थे। शाहरुख ने आगे बताया कि आज का दिन उनके जीवन का सबसे दुखद दिन है, क्योंकि रेखा ने उनके हाथ में राखी बांध दी है।”
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इस अवसर पर शाहरुख़ ने यश चोपड़ा को याद करते हुए कहा कि “मेरा कैरियर यदि बना है तो यश जी की वजह से बना है, उन्होंने कहा था कि तुमको रोमांटिक फिल्में ही करनी होगी और यही फिल्में तुम्हारे कैरियर को आगे ले जाएंगी, हलाकि मैं खुद को रोमांटिक नहीं समझता हूं, आगे शाहरुख ने कहा कि मेरे पिता जी ने कहा था कि यदि मैं कश्मीर जाऊंगा तो उनके ही साथ जाऊंगा, पर वे चले गए और मैं कभी कश्मीर नहीं गया, पर जब फिल्म “जब तक है जान” की शूटिंग के लिए यश जी ने मुझसे कहा कि तुम्हे कश्मीर चलना है तो मैं गया, वे मेरे लिए पिता सामान ही रहें हैं।” इस प्रोग्राम में शत्रुधन ने भी शाहरुख को “जीरो टू हीरों” कहा और शाहरुख को “एनर्जी किंग” बताया। शाहरुख ने कहा कि जब मैं स्ट्रगल कर रहा था, तब मेरे माता-पिता इस दुनिया में नहीं थे और बहन की तबियत खराब रहती थी और मेरे पास घर भी नहीं था, पर उस समय यहां के लोगों ने उनकी मदद की। देखा जाए तो “यश चोपड़ा मेमोरियल अवॉर्ड” भले ही शाहरुख खान को मिलना उनके लिए एक सुखद अवसर था, पर इस प्रोग्राम ने उनके पुराने जीवन को और उससे जुड़े सभी साथियों को फिर से याद दिला दिया था, जिसकी वजह से शाहरुख ने कहा कि यह दिन उनके जीवन का सबसे दुखद दिन है।