हाल में पुणे की बैंकर स्वाति चित्रालकर ने ऐसी मिसाल कायम कर दी, जिससे सबके दिलों में उनकी अलग पहचान बन गई। दरअसल हाल में जब एक दिन स्वाति बैंक आ रहीं थी, तो उनके बेटे की तबीयत काफी खराब थी। वह किसी के साथ घर पर नहीं रह रहा था, तब स्वाति उसे अपने साथ बैंक ले गई और वहां पर एक कोने में उसे बैठा दिया।
स्वाति अगर चाहती तो ऐसे में छुट्टी लेकर घर भी बैठ सकती थीं, लेकिन काम के प्रति अपना कर्तव्य निभाने के लिए स्वाति ने ऐसा नहीं किया और अपने बेटे को भी बैंक लेकर आ गई। स्वाति ने बताया कि “वह चाहे तो छुट्टी लेकर घर भी बैठ सकती थी, लेकिन बैंक में काम ज्यादा होने के कारण उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
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स्वाति ने एक तस्वीर फेसबुक पर शेयर की , जिसमें वह बैंक का काम कर रहीं थीं, तो उनका बेटा नीचे जमीन पर लेट कर दूध पी रहा था। स्वाति ने अपने सारे सहयोगियों को भी धन्यवाद दिया और कहा कि मैं अपने दोनों कर्तव्यों को पूरी तरह से एक ही जगह पर निभा रही हूं, ऐसा करने में बैंक में काम करने वाले हर इंसान ने मेरी मदद की है।
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इस तस्वीर को पोस्ट करने के पीछे स्वाति ने विधानसभा के सभी नेताओं को एक संदेश भेजा है, उनके इस पोस्ट को 10000 से भी अधिक शेयर किया गया है। हम आशा करते हैं कि स्वाति के इस कदम के बाद अब से विधान सभा में सोने वाले मंत्रियों को अच्छा सबक मिलेगा।