बच्चा 1 और पिता 3, जानें कैसे

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यह सुनकर भी अजीब ही लगता है कि एक बच्चे के ३ पिता हो सकते हैं परंतु आज हम आपको जिस बच्चे से मिलवाने जा रहें हैं यह उस बच्चे के जीवन का एक कड़वा सच है कि उसके तीन पिता है। क्या आप कभी ऐसा सोच सकते हैं कि एक बच्चे के 3 पिता भी हो सकते हैं, कल तक जो बच्चे के दोस्त उसके साथ में थे अब वही उसका मजाक उड़ाते नजर आ रहें हैं। अपने तीन पिताओं की वजह से अब यह बच्चा पढ़ाई से भी महरूम हो गया है। आइये जानते हैं इस बच्चे के जीवन की इस घटना को।

सबसे पहले आपको यह बता दें कि यह मामला है मध्य प्रदेश के डिंडौरी नामक क्षेत्र का और यह बच्चा इसी क्षेत्र के डिंडौरी के निगबानी गांव में रहता है। यह बच्चा पांचवी क्लास का विद्यार्थी था परंतु अब इसकी पढ़ाई पर भी इसके 3 पिताओं का असर पड़ गया है और उस कारण ही अब इसका दाखिला भी मुश्किल में पड़ता दिखाई दे रहा है। यह बच्चा उस जुर्म की सजा काट रहा है, जो इसने कभी किया ही नहीं। खैर जो भी हैं इस बच्चे की असल कहानी को आपके सामने रखना हमारा फर्ज बनता है ताकि इसके साथ न्याय हो सके। यह बच्चा पढ़ाई में इतना तेज है कि यह गांव के अन्य बच्चों को भी पढ़ाता है, परंतु ग्राम पंचायत की लापहरवाही इस बच्चे के जीवन पर भरी पड़ गई और उसकी असल वजह है इस बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र।

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असल में इस इस बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र पर इसके तीन पिताओं का नाम लिखा हुआ है, जिसकी वजह से इसका दाखिल पांचवी क्लास के बाद किसी भी स्कूल में नहीं हो पा रहा है। इस केस में एक पेंच यह भी है कि इस बच्चे की मां के साथ में गैंग रेप हुआ था और उसको समय के साथ में कोई न्याय नहीं मिल सका पर इस सबकी सजा यह बच्चा भुगत रहा है, पंचायत ने इस बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र पर इसके तीनों पिताओं का नाम लिख दिया है। यह असल कारण है जो कि इस बच्चे के जीवन में रूकावट डाल कर खड़ा है। जहां तक जिम्मेदार अधिकारियों की बात है तो वे इस बच्चे के जन्मप्रमाण पत्र में संशोधन न करवा कर इस बच्चे का दाखिला दोबारा उस स्कूल में ही करवाने को कह रहें हैं, दाखिला हो भी जाए तो इस बच्चे के जन्मप्रमाण पत्र में लिखे उसके 3 पिताओं के नाम उसको जीवन भर घेरे ही रहेंगे, बेहतर हो की सिस्टम इस और ध्यान दे। जिसने अपनी लापहरवाही से एक बच्चे जीवन को नर्क बना दिया है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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