हमारे देश में ही कई जगह ऐसी हैं जहां पर बड़ी संपदा का खजाना गड़ा हुआ है। इन खजानों को निकालने के लिए समय-समय पर कई योजनाएं बनाई गईं, पर सही योजना न होने के कारण यह खजाने हमेशा से ही रहस्य के गुमनामी में खोए रहे हैं लेकिन अब थार के सिवाना क्षेत्र में जमीन के अंदर खाजना होने की बात को स्वीकार करते हुए प्रदेश सरकार ने इस प्रोजेक्ट से खजाना निकालने के लिए इस वर्ष काम शुरू करने की अनुमति दे दी है।
देश की भूमि में कई खनिज पदार्थों का भी संग्रह है। इन पदार्थों को निकालने के लिए समय-समय पर कई योजनाएं तैयार की जाती रही हैं। थार के सिवाना क्षेत्र मे रेअर अर्थ एलाइमेंट के खजाने की प्रमाणिकता को स्वीकार कर लिया गया है। इसके लिए प्रदेश की सरकार के द्वारा इस प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इस खजाने को निकालने के लिए सर्वे का काम प्राथमिकता से किया जाएगा। भारत के जियोलोजिकल सर्वे आफ इण्डिया को भी प्रस्ताव भेजा गया है ताकि वह इस कार्य में सहयोग कर सके। जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिले के डण्डाली, कमठाई, फूलन और राखी क्षेत्र में 17 प्रकार के दुर्लभ खनिज होने की बात कही गई है। इसमें लेथेनियम, यिट्रियम और लूटेनियम के साथ यूरेनियम भी शामिल किया गया है।
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इस खजाने की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इसके सर्वे का काम शुरू करने की इजाजत दी गई है। साथ ही खान विभाग बाड़मेर के भू वैज्ञानिकों की भी सहायता ली जाएगी। खान विभाग इस खजाने की कीमत 900 अरब आंक रहा है।