जेएनयू विवाद मामले के बाद लोगों में देशभक्ति जगाने को लेकर मोदी सरकार अब नये-नये फरमान जारी कर रही है। एक तरफ जहां कुछ दिन पहले उन्होंने सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में रोजाना तिरंगा फहराने का आदेश जारी किया था, वहीं अब उसके बाद उन्होंने केन्द्रीय विद्यालयों में भी रोजाना तिरंगा फहराने का फरमान जारी कर दिया है।
बता दें कि सरकार के इस फरमान के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी केन्द्रीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को आदेश जारी कर कहा है कि वह सुबह स्कूल में सभा के दौरान तिरंगा फहराएं। जिससे कि सभी छात्र रोजाना तिरंगे को सलाम कर उसका आदर कर सकें और उनमें देशभक्ति की भावना जागे। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, जो कि केवीएस की अध्यक्ष भी हैं उन्होंने जेएनयू विवाद के बाद छिड़ी राष्ट्रवाद की बहस के बीच यह कदम उठाया है।
केवीएस के बारे में तो आप सभी को अच्छे से पता होगा कि यह भारत में नहीं बल्कि विदेशों में भी एक हजार से ज्यादा स्कूलों को संचालित करता है। वहीं, हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज जो कि हमारे देश के सम्मान और आजादी का प्रतीक है। इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग इसका सम्मान करें।
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इसलिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के आदेश के बाद केवीएस के अतिरिक्त आयुक्त यू एन खवारे ने भी अपने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने लिखा कि हमारे लिए देश का तिरंगा हमारा गौरव है, सम्मान है। इसके लिए हमें इसका आदर करना चाहिए। इसलिए सभी को सूचित किया जाता है कि सभी केंद्रीय विद्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों के भवनों पर हर सुबह तिरंगा फहराया जाना चाहिए। साथ ही उसे सूर्यास्त से पहले उतार लेना चाहिए। यह हर केंद्रीय विद्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए अनिवार्य है।