अगस्त में हुए उधमपुर हमले में जिंदा पकड़े गए आतंकी नवेद को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां, उसने जज से अपील की कि उसको अन्य कैदियों के साथ रखा जाए। सोमवार को कोर्ट में पेशी के दौरान उसने जज को अपने फैमली मेंबर्स के नए टेलीफोन नम्बर्स भी दिए। नवेद ने जज से शिकायत करते हुए कहा कि जनाब मैं मर जाऊंगा, वे मुझे अभी भी अलग रखते हैं, मुझे सिर्फ आधे घंटे के लिए निकलने दिया जाता है। नवेद ने मांग की कि उसको भी दूसरे कैदियों के साथ रखा जाए।
वहीं, एनआईए ने अपील का विरोध करते हुए कहा है कि जेलर पहले ही कह चुके हैं कि नवेद को दूसरे आतंकियों से खतरा हो सकता है। नवेद ने जज से अपील की कि उसकी बात उसके फैमली मेंबर्स से कराई जाए। साथ ही उसने जज को उर्दू में लिखा एक लेटर भी दिया। इस पर एनआईए का कहना है कि हम पहले भी बहुत कोशिश कर चुके हैं। जो नंबर पहले दिए गए थे वो अब बंद भी हो चुके हैं । गौरतलब है कि उधमपुर में पांच अगस्त को आतंकियों ने बीएसएफ के एक काफिले पर हमला कर दिया था, जिसमें बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में तीन आतंकी शामिल थे, जिनमें से दो को बीएसएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था तथा तीसरे आतंकी नवेद को गिरफ्तार कर लिया था।