आज का इतिहास – आज हुआ था हिंदी फिल्मों की सफलतम अभिनेत्री नरगिस दत्त का जन्म

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नरगिस दत्त हिंदी फिल्मों की सफलतम अदाकारा रही है, उन्होंने अपने जीवन में कई हिट फिल्में दी और कई बार राष्ट्रीय पुरस्कारो से भी सम्मानित की गईं। फिल्म जगत में अपने उल्लेखनीय कार्यो के कारण उनको भारत सरकार ने “पद्मश्री” से भी नवाजा। मदर इंडिया और श्री 420 उनकी सबसे सफलतम और हिट फिल्में रही।

Birthday of famous actress Nargis Dutt1Image Source:

नरगिस का जन्म  1 जून, 1929 को कोलकाता में हुआ था और इनका असल नाम “फातिमा रशीद” था। इनके पिता का नाम “उत्तमचंद मूलचंद” था, जो की रावलपिंडी के समृद्ध हिन्दू परिवार से थे और इनकी माता का नाम जद्दनबाई था, वह एक अच्छी क्लासिकल गायिका थी। नरगिस का विवाह मशहूर अभिनेता सुनील दत्त से 1958 में हुआ था। विवाह के बाद में उनके 2 बच्चे प्रिय दत्त और संजय दत्त हुए। वर्तमान में संजय दत्त फिल्म कलाकार है और प्रिय दत्त राजनीति से जुडी है। 3 मई, 1981 को पेंक्रियाटिक कैंसर की बजह से मात्र 51 वर्ष की उम्र में नरगिस जा निधन हो गया था।

Birthday of famous actress Nargis Dutt2Image Source:

समाज सेवा में करती थी योगदान –
बहुत कम लोग जानते हैं नरगिस सिर्फ एक अदाकारा ही नहीं थी बल्कि एक अच्छी समाज सेविका भी थी। उन्होंने अंधे लोगों और बच्चों के लिए बहुत कार्य किये, इसके अलावा वे भारत की पहली स्पास्टिक्स सोसाइटी की पेट्रन भी बनी। उन्होंने “अजंता कला सांस्कृतिक दल” का निर्माण किया, जिसके द्वारा उस समय के नामी अभिनेता और गायक सरहद पर जाकर हमारे फौजी भाइयों का मनोरंजन भी करते थे। बांग्लादेश बनने के बाद में उनका दल ही वह पहला दल था जिसने वहां जाकर कार्य किया।

सम्मान –
नरगिस भारत की पहली अभिनेत्री थी जिनको “पद्मश्री” से भारत सरकार ने नवाजा था। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में भी “राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार” पाने वाली वे पहली अभिनेत्री रही है। वर्तमान में मुंबई के बांद्रा इलाके में आज भी उनके नाम पर सड़क है। आज भी हर साल होने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में राष्ट्रीय एकता पर बनी फिल्म को “नरगिस दत्त अवॉर्ड” दिया जाता है। उन्होंने  आवारा, अंदाज़, जोगन,मदर इंडिया,रात और दिन आदि फिल्मों में उल्लेखनीय कार्य किया है।

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shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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