अब तिरुपति बालाजी के भक्तों को लम्बी यात्रा की जद्दोजहद करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस बार तिरुपति बालाजी खुद चल कर अपने भक्तों के पास आ रहे हैं। 31 अक्टूबर से लेकर 8 नवंबर तक दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पार्किंग स्थल पर पहली बार वही रस्में निभाई जाएंगी जो तिरुपति बालाजी की पूजा के लिए निभाई जाती हैं।
हालांकि, अब तक तिरुपति के बाहर कुल तीन जगहों पर ऐसा कार्यक्रम हो चुका है, लेकिन वह तीनों जगह आंध्रप्रदेश में ही है। इस बार चौथी जगह दिल्ली में निर्धारित की गई है। करीब 160 पुजारी, रक्षक और कामगार तिरुमला से दिल्ली आएंगे। ये सभी बैभवोत्सम होने से ठीक एक दिन पहले दिल्ली आएंगे। इस कार्यक्रम के अच्छे संचालन के लिए बिजली और सुरक्षा विभागों के लगभग 250 अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा 30 अक्टूबर को की जाएगी और अगले दिन 31 अक्टूबर दैनिक सेवओं का संचालन शुरू होगा। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने टीडीसी को नई दिल्ली में जगह दिलाने में मदद की। उम्मीद जताई जा रही है कि दर्शन के लिए आने वाले लोगों में लालकृष्ण आडवाणी सहित कई विशिष्ट व्यक्ति हो सकते हैं।