भारत इस समय भयंकर सूखे के दौर से गुजर रहा है। किसानों से लेकर जानवरों तक की हालत बद से बदतर होती जा रही है। इस पानी से भरे संकट के कारण अब तक 100 से भी ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं। सूखे की समस्या किसी एक राज्य की नहीं है। देश की कुल आबादी का एक-तिहाई हिस्सा सूखे की मार से कराह रहा है। उ.प्र., म.प्र., गुजरात, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, हरियाणा और छत्तीसगढ़ जैसे करीब एक दर्जन राज्य सूखे की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे हालात में जहां लोग पानी की एक-एक बूंद के लिये तरस रहे हैं, वहीं दूसरी ओर झारखंड सरकार मात्र 2 लोगों के नहाने के लिये 15 हजार लीटर पानी दे रही है।
हम यहां बात कर रहे हैं देश के महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की, जो इस समय झारखंड वालों के लिये परेशानी का कारण बने हुए हैं। परेशानी का कारण पानी की समस्या को लेकर है। जहां एक ओर पानी का संकट चारों ओर है वहीं धोनी के पुश्तैनी घर में बनें स्वीमिंग पूल के लिए रोज 15 हजार लीटर पानी का उपयोग किया जा रहा है। जिसको लेकर लोगों ने इसकी शिकायत झारखंड के राजस्व मंत्री अमर कुमार बाउरी से भी की है, पर लोगों की शिकायत को नजरअंदाज कर सरकार ने अपना पल्ला झाड़ लिया। यह कहते हुए दलील दी जा रही है स्वीमिंग पूल में पानी तभी रहता है जब धोनी घर आते हैं, पर सिर्फ दो लोगों के लिये पानी की बर्बादी क्यों की जा रही है इसका जवाब ना तो वहां की सरकार के पास है और ना ही अधिकारियों के पास। सिर्फ इन लोगों के बीच पिस रही है देश की आम जनता, जिस पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है।