पिछले 18 सालों से बिना कुछ खाए जीवित है यह महिला

-

खाना-पीना प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा है। जिसके बिना कोई भी प्राणी जीवित नहीं रह सकता है पर आज हमको एक ऐसी महिला के बारे में बता रहे हैं जो की पिछले 18 साल से बिना कुछ खाए जीवित है। आइये जानते हैं इस महिला के बारे में।

पिछले 18 साल से बिना कुछ खाए जीवित रहने वाली इस महिला का नाम है “पिली बाई”, यह महिला छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले में रहती है। इन महिला ने पिछले 18 साल से कुछ नहीं खाया है, इसलिए यह महिला लोगों के आश्चर्य का कारण बन चुकी है। कोरिया जिले का बरदिया नामक गांव इस महिला का निवास स्थान है। वर्तमान में इन महिला की उम्र 38 साल है। यह महिला प्रत्येक दिन शाम 7 बजे सिर्फ 1 कप चाय पीती है। इसके अलावा यह कभी भी कुछ नहीं खाती है। पिली बाई का कहना है कि उसका मन खाने-पीने को नहीं करता है इसलिए उसने 1998 से अनाज को खाना ही छोड़ दिया। पिली बाई के पिता रतिराम का इस बारे में कहना है कि “पिली पटना में अपनी पढ़ाई कर रही थी और तभी से पिली ने खाना-पीना छोड़ दिया था। इसके बाद साल 1995 में उन्होंने अपनी बेटी पिली बाई की शादी कर दी थी। उन्हें लगा कि उनकी बेटी शायद ठीक हो जाएगी पर उनका ये सोचना गलत साबित हुआ। शादी सिर्फ नाम की ही शादी थी।”, रतिराम आगे कहते हैं कि “ससुराल से आने के बाद से पिली की दशा और बिगड़ गई और वह सिर्फ एक प्याली चाय पर रहने लगी हालांकि उन्होंने पिली के इलाज के लिए उसे कई जगहों पर ले जाकर झाड़-फूंक भी करवाई लेकिन वो ठीक नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने पिली को डॉक्टर से भी दिखाया और वहां भी कोई फायदा नहीं हुआ।”

पिली बाई के पिता रतिराम का कहना है कि वर्तमान में वे रिटायर हो चुके हैं और प्रशासन की और से उनको कोई मदद नहीं मिल पा रही है, इसलिए अब वें पिली बाई का इलाज किसी अन्य जगह कराने में असमर्थ हैं। डॉक्टर राकेश शर्मा इस बारे में कहते हैं कि “पिली बाई पिछले 4-5 साल से उनके संपर्क में आई है। उन्होंने इसे एक चमत्कार बताते हुए कहा कि यह महिला बिना दूध वाली सिर्फ एक काली चाय पर जिंदा रहती है। उन्होंने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाला मामला है कि कोई बिना अनाज खाए और सिर्फ एक काली चाय पर कैसे जीवित रह सकता है।”

shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

Share this article

Recent posts

Popular categories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments