आपने स्कूल में देखा होगा कि सभी बच्चों को बिना किसी भेदभाव के पढ़ाया जाता है। साथ ही स्कूलों में आपको हर जाति धर्म और समुदाय के बच्चे भी देखने को मिलते हैं, लेकिन हमारे ही देश में अपने ही तरह का एक अलग स्कूल भी मौजूद है। इस स्कूल के बारे में जिसने भी सुना वो हैरान रह गया। आंध्र प्रदेश के स्कूल में केवल जुड़वा बच्चों को ही एडमिशन दिया जाता है। इस स्कूल में एडमिशन की पहली शर्त है जुड़वा होना।
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देश में हर तरह के अजीबो गरीब कॉनसेप्ट देखने को मिल जाते हैं। आंध्र प्रदेश के चित्तूर में एक ऐसा ही स्कूल देखने को मिला है। कैम्फॉर्ड इंग्लिश मीडियम स्कूल में हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ाई करते हैं, लेकिन यह एक आम स्कूल की तरह नहीं है। इस स्कूल में हर बच्चे का हमशक्ल इसी स्कूल में मौजूद है। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह है कि इस स्कूल में केवल जुड़ावों बच्चों को ही एडमिशन दिया जाता है। स्कूल में चार से सोलह साल के बच्चे पढ़ते हैं।
इन बच्चों के जुड़वा और एक ही शक्ल के होने के कारण स्कूल के टीचर भी कई बार बच्चों को नहीं पहचान पाते। स्कूल में काम करने वालों का कहना है कि एडमिशन के दौरान ऐसा अभी नहीं किया गया कि केवल जुड़वा बच्चों को ही एडमिशन दिया जाए, लेकिन समय के साथ-साथ इस स्कूल में अपने आप ही केवल जुड़ाव बच्चे की एडमिशन लेने पहुंच जाते हैं। ऐसे में यह स्कूल धीरे धीरे अब जुड़वा बच्चों का ही स्कूल कहलाने लगा है।