सभी जानते हैं कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे पर वास्तव में ऐसा हैं नहीं। जी हां, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नहीं बल्कि एक मुस्लिम नेता थे। यह उस समय की बात हैं जब मुहम्मद अली जिन्ना और नेहरू में देश का पहला पीएम बनने की लगी होड़ ने देश का बटवारा करवा दिया था। भारत का पहला पीएम बनने के लिए नेहरू ने अच्छी राजनीति खेली थी पर वास्तव में इस देश के प्रथम प्रधानमंत्री “बरकतुल्लाह खान” हैं, जोकि इतिहास के पन्नों में गुम हैं।
आपको बता दें कि आजादी से पूर्व एक अंतरिम सरकार का गठन हुआ था। इस सरकार में प्रधानमंत्री पद पर बरकतुल्लाह खान काबिज थे। वहीं दूसरी और राष्ट्रपति पद के लिए महेंद्र प्रताप को चुना गया था। बरकतुल्लाह खान मध्य प्रदेश में पैदा हुए थे और कई भाषाओं के जानकार भी थे। जब वह उच्च शिखा के लिए इंग्लैंड गए तब उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया।
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इंग्लैंड जाकर उनकी मुलाक़ात कई क्रांतिकारियों से हुई और उन्होंने वहां कई समाचार पत्रों का संपादन भी किया। देश को आजाद कराने के लिए वह अपनी नौकरी छोड़ कर भारत वापिस आ गए और यहां महेंद्र प्रताप से मिले।19 फरवरी 1915 में ये दोनों लोग क्रांतिकारियों के साथ बर्लिन में मीटिंग की और उन्होंने एक कमेटी का गठन किया जो शस्त्र बल से देश को आजादी दिलाने का कार्य करती थी। इसके बाद ये दोनों अफगानिस्तान पहुचें और देश की अंतरिम सरकार की घोषणा की। इस सरकार में बरकतुल्लाह खान प्रधानमंत्री बने और महेंद्र प्रताप को राष्ट्रपति बनाया गया था।