घटना है जनपद आजमगढ़, उत्तरप्रदेश की यहां पर एक अजीब मामला सामने आया है। जिसमें एक लड़की का अंतिम संस्कार करके लौटे लोगों को वही लड़की जिंदा मिल गई, इससे सारे परिजन हैरत में पड़ गए। आइये जानते हैं इस पूरे मामले को।
बीते 21 जून को जनपद आजमगढ़ में रहने वाली लड़की कहीं अचानक गायब हो गई थी, काफी ढूंढने के बाद भी वह नहीं मिल पाई तो उसके पिता ने 23 जून को थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद में पुलिस भी लड़की की तलाश में जुट गई और उन्होंने लड़की की एक लाश ढूंढ निकाली, इसके बाद पुलिस द्वारा लड़की के पिता को लाश को देखने के लिए बुलाया गया और लाश देख कर लड़की के पिता ने लड़की की पहचान अपनी लड़की आरती के रूप में कर ली। इसके बाद लड़की की लाश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
लड़की के पिता का मनना था कि आरती की हत्या उसके ससुराल वाले लोगों ने मिल कर ही है इसलिए लड़की के पिता ने 29 जून को गंभीरपुर थाने में लड़की की हत्या की रिपोर्ट लड़की के पति रमेश चौरसिया और जेठ सहित सास के खिलाफ दर्ज करा दी। इस समय तक आरती की 13वीं की रस्म भी उसके पिता ने पूरी कर दी थी। ससुराल पक्ष के लोगों की रिपोर्ट दर्ज करते समय पुलिस को यह सूचना मिली कि आरती बिंद्राबाजार में घूमती दिखाई दी है, इसके बाद पुलिस ने बिंद्राबाजार जाकर आरती को सर्च किया और उसको वहां से अपनी हिरासत में ले लिया।
Image Source:
क्या बताया आरती ने –
आरती ने कहा कि वह अपने पति की प्रताड़ना से परेशान होकर घर से चली गई थी क्योंकि उसका पति उसके चरित्र पर शक करता था। गंभीरपुर एसओ तेज बहादुर सिंह ने कहा है कि लड़की को अभी कोर्ट में पेश किया जायेगा और उसके बाद सारी कार्यवाही पूरी होने के बाद में उसके घर वालो को सौंप दिया जायेगा।