पृथ्वी पर गिरेगा यह विशाल आग का गोला, जानें क्या है पूरा मामला  

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पृथ्वी की सीमा पर कुछ ही समय में एक विशाल आग का गोला प्रवेश करने वाला पर यह कहां गिरेगा और क्या कहर बरपाएगा इस बारे में वैज्ञानिक भी कुछ नहीं कह सकते हैं। यह खबर चीन से जुडी है। चीन विकास के नाम पर वैसे टॉम विध्यंसक हथियाओं का निर्माण करता ही रहता है पर अब वह अनजाने में ही धरती की बड़ी हानि का जिम्मेदार बन चुका है। आपको बता दें की चीन का स्पेस सेंटर Tiangong-1 अब धरती पर गिरने वाला है। इसने 2016 में अपना नियंत्रण खो दिया था और अब यह धरती की और बढ़ रहा है। ख़बरों में बताया जा रहा है की यह हमारी धरती के काफी करीब पहुंच चुका हैं और इसी सप्ताह में यह पृथ्वी पर गिरेगा। सबसे बड़ी बात यह है की यह स्पेस सेंटर धरती की किसी भी जगह गिर सकता है।

कहीं भी गिर सकता है स्पेस सेंटर –

कहीं भी गिर सकता है स्पेस सेंटरImage source:

आपको बता दें की यह स्पेस सेंटर धरती के किसी भी स्थान पर गिर सकता है। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है की यह आकाश में ही नष्ट हो जायेगा पर यदि ऐसा नहीं हो पाया तो यह धरती के जिस भी हिस्से में गिरेगा। वहां तबाही का कारक बन सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह स्पेस सेंटर 31 मार्च से 4 अप्रैल के बीच किसी भी स्थान पर गिर सकता है। चीनी अंतरिक्ष विभाग की और से यह कहा गया है की हमारे पास इस स्पेस सेंटर से 16 मार्च से डेटा नहीं आ रहा है। यह अपना नियंत्रण खो बैठा है और कभी भी धरती पर गिर सकता है।

क्या कहते हैं वैज्ञानिक –

क्या कहते हैं वैज्ञानिक Image source:

वैज्ञानिकों का मानना है की धरती पर यह पूरा स्पेस सेंटर नहीं गिर पायेगा। असल में धरती पर पहुंचते हुए इसका 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा जल चुका होगा लेकिन वैज्ञानिक यह भी मान रहें हैं की धरती पर पहुंचने तक इसमें करीब 3 से 4 हजार किग्रा का बजन तो होगा ही। ऐसे में यदि यह किसी भारी आबादी बाले शहर पर गिरता है तब भारी जानमाल का ख़तरा पैदा होगा ही। अब तक इस स्पेस सेंटर के गिरने के जो स्थान बताये गए हैं। उनमें स्पेन, अमेरिका के उत्तरी राज्य, उत्तरी चीन तथा मीडिल ईस्ट के देश शामिल हैं। आपको बता दने की इस प्रकार का एक अमेरिकी स्पेस सेंटर 1979 को भी गिरा था। इसके ज्यादातर हिस्से हिन्द महासागर में गिरे थे इसलिए कोई हानि नहीं हो पाई थी। अब देखना यह है की यह चीनी स्पेस सेंटर किस स्थान पर गिरता है और उसके गिरने से क्या फर्क पड़ता है।  

shrikant vishnoi
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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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