10वीं और 12वीं परीक्षा के बोर्ड, और सीबीएससी रिजल्ट के जारी होने के बाद अब बारी आई है CISCE यानी (काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेशन इग्ज़ामिनेशन बोर्ड) की। जिसके 10वीं और 12वीं परीक्षा के परिणाम मंगलवार के दिन घोषित कर दिये गए है। जिसमें ICSE यानी 10वीं के 98.54 फीसदी बच्चे और वहीं ISC यानी 12वीं का स्कोर 96.52 फीसदी रहा।
99.60% नंबर के साथ जूही कजारिया और मनहर बंसल ने ICSE 10वीं में टॉप स्थान पाकर अपनी खास जगह बनाई है। तो वहीं 12वीं की परीक्षा में बेंगलुरू की विभा स्वामीनाथन और कोलकाता के देवांग कुमार अग्रवाल ने टॉप करके एक नया इतिहास ही रच डाला है। जैसा कि आज तक नही हुआ है। जीं हां इन दो विद्यार्थियों नें ISC की परीक्षा में पहली बार में 100 फीसदी नंबर लाकर नया इतिहास रच दिया है।
विभा स्वामीनाथन ने अनुसार
(यदि मैं सच कहूं, तो मैंने कभी पढ़ाई के नियमों का सख्ती से पालन नहीं किया। बस मैं 6से7 घंटों के गैप में पढ़ाई करती थी। और पूरी लगन के साथ तैयारी की।)
बेंगलुरू के माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा रही विभा ने बताया कि वो अपनी पढ़ाई पर मुश्किल से 6-7 घंटे का समय रोज़ देती थी। उसके बाद वो अपने स्कूल की दूसरी एक्टिविटिज़ के साथ अलग-अलग कंसेप्ट्स की पढ़ाई में ज्यादा ध्यान देती थी। विभा अपने स्कूल में भाषण प्रतियोगिता के लिए भी काफी फेमस रही हैं। 17 साल की उम्र में ही विभा कई मॉडल यूनाइटेड नेशन इवेंट की विजेता भी बन चुकी है। इसके अलावा विभा को किताबें पढ़ने का भी शौक है सके साथ ही वो कुत्तों को बचाने वाली संस्था के साथ भी जुड़कर काफी काम कर रही है।
अपने फ्यूचर प्लानिंग के विषय पर बताते हुये कहती है कि वो वकील बनना चाहती हैं, जिसकी पढ़ाई वो नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी से करना चाहेंगी। दूसरी तरफ विभा के साथ टॉप पर आने वाले देवांग को भी लगातार बधाईयां मिल रही हैं। देवां का कहना है कि मैं अपने रिज़ल्ट से काफी खुश हूं, मेरे ऊपर पढ़ाई का कभी भी किसी प्रकार का कोई प्रेशर नहीं था। इसलिये मैं पढ़ाई के साथ-साथ गाने सुनना, तैकारी करना, और फिल्म देखने के लिये समय निकाल ही लेता था। मैं आगे चलकर कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहता हूं।
इस बार सीबीएसई की ही तरह CISCE ने भी समय से पहले ही रिजल्ट घोषित कर दिया। यहां हम बता दें। कि ICSE की 10वीं की परीक्षा 22 फरवरी से 25 मार्च तक, और ISC 12वीं की परीक्षा 4 फरवरी से 25 मार्च तक हुई थी।