दुनिया में ऐसे कई अनोखी जनजातियां हैं, जो अपने अनोखे रिवाज के कारण ही जानी जाती है। जिनके अनोखे रिवाज के बारे में हम समय-समय पर आपको इन बातों से अवगत कराते रहते है, इससे पहले आपने इनके अनोखे रिवाजों में इंसानों के मांस से बने सुप को पीने के बारे में जाना था। जिसमें वो इंसानों के मांस को खाने के साथ ही उनका सूप पीना भी ज्यादा पसंद करते है। आज हम आपको बता रहें है उन आदिवासियों से जुड़ी लाइफ के बारे में जहां कि महिलाएं बिना नहाए ही काफी खूबसूरत दिखती है।
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अफ्रीका के कुनैन प्रांत में रहने वाली हिम्बा आदिवासी जनजाति में एक अनोखा रिवाज है, यहां कि महिलाओं को नहाना सख्त मना है। यहां तक कि पानी से हाथ पैर धोना तक मना है इसके बावजूद भी ये महिलाएं दिखने में काफी खूबसूरत लगती है। इस हिम्बा जनजाति की कुल आबादी 20 से 50 हजार के करीब की है। यहां की जनजाति की महिलाओं को नहाने के साथ हाथ पैर में पानी लगाने की भी इजाजत नहीं है, इसके बाद भी इनकी खूबसूरती का राज है कि ये महिलाएं किसी दूसरे तरीके को अजमाकर अपने आप को साफ सुथरा रखती है।
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जंगली जड़ी-बूटियों का उपयोग
इस जनजाति की महिलाएं नहाने के बजाए रोज खास प्रकार की जंगली जड़ी-बूटियों को पानी में अच्छी तरह से उबालकर उससे निकले वाली भाप से बॉडी को तरोताजा बनाए रखती हैं। इससे इनका शरीर तो साफ होता ही है साथ ही शरीर से सुंदर सुगंध भी आने लगती है। जिससे शरीर की बदबू दूर हो जाती है
इस जनजाति का महिलाएं धूप से त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए खास तरह के लोशन का उपयोग करती है, जो कि हैमाटाइट की धुल और जानवर की चर्बी को मिलाकर तैयार किया जाता है। ये लोशन त्वचा में चमक लाने के साथ ही कीड़े-मकोड़ों के काटने से भी त्वचा को सुरक्षित रखने के काम करता है। इस लोशन को लगाने से त्वचा लाल हो जाती है इसलिए यहां कि महिलाओं को रेड मैन के नाम से भी जाना जाता है।