इस शिवलिंग को लेकर बना हुआ है रहस्य

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यूं तो दुनिया भर में कई ऐसे रहस्य हैं जिन्हें सुलझाना पाना मुश्किल है। खासतौर पर भारत एक ऐसा देश है जहां पर लोगों की आस्था के चलते यहां पर कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। भारत के छत्तीसगढ़ इलाके में विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग मौजूद है। कहा जाता है कि इस शिवलिंग की लंबाई और ऊचांई हर वर्ष बढ़ जाती है। यह लोगों के लिए रहस्य की वजह बना हुआ है। कई पुराणों में भी इस चमत्कारी शिवलिंग की चर्चा मिलती है। घने जंगलों में स्थापित होने के बाद भी इसके दर्शनों के लिए हजारों भक्त यहां पहुंचते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां आने वाले भक्तों की सभी मुराद पूरी हो रही है।

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ईश्वर, अल्लाह, वाहेगुरु और जीसस सभी ईश्वरीय शक्तियों को केवल व्यक्ति के भाव की जरूरत होती है। केवल मन के भाव ही हैं जो पत्थरों को पूजने पर उनमें ईश्वरीय शक्ति के गुण समाहित कर देता है, क्योंकि इस प्रकृति के कण-कण में ईश्वर का निवास है। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मरौदा गांव में घने जंगल के बीच एक ऐसा ही प्राकृतिक शिवलिंग मौजूद है, जो भूतेश्वर नाथ के नाम से प्रसिद्ध है। इस शिवलिंग से जुड़ा एक बहुत ही अनोखा रहस्य है, जो इसे और भी खास बनाता है।

रहस्य की बात यह है कि हर साल इस शिवलिंग की लंबाई चमत्कारिक रूप से बढ़ रही है। इसलिए भी लोगों की इसके प्रति आस्था बढ़ती जा रही है। इस शिवलिंग से जुड़ी एक कहानी है। जिसमें बताया जाता है कि सैकड़ों साल पहले यहां एक शोभा सिंह नाम का व्यक्ति रहता था। शोभा सिंह हर शाम अपने खेतों पर जाता था। एक दिन उसे एक टीले पर से सांढ़ और शेर की आवाज आई। शोभा सिंह ने यह बात गांव वालों को बताई जिस पर गांव वालों ने जानवरों को ढूंढ़ने की बहुत कोशिश की, पर काफी दूरी तक भी कोई शेर और सांढ़ नहीं मिला। यहां एक शिवलिंग लोगों को नजर आया। तब से ही गांव वाले इस जगह को शिव के प्रतीक शिवलिंग के रूप में पूजने लगे। गांव के लोगों का कहना है कि यह शिवलिंग हर वर्ष बढ़ता ही जा रहा है। पहले इस शिवलिंग की लंबाई और मोटाई बेहद कम थी, परन्तु ऐसा होने से लोगों की इस स्थान के प्रति और आस्था बढ़ गई है।

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प्रत्येक वर्ष बढ़ती है 6 से 8 इंच लंबाई-

इस शिवलिंग की खासियत है कि ये शिवलिंग अपने आप बड़ा और मोटा होता जा रहा है। अभी यह जमीन से लगभग 18 फीट ऊंचा एवं 20 फीट गोलाकार है। हर वर्ष शिवलिंग की लंबाई और मोटाई नापी जाती है और प्रत्येक वर्ष 6 से 8 इंच यह बढ़ी हुई मिलती है। भारत में यह जगह भुतेश्वरनाथ, भकुरा महादेव के नाम से भी जानी जाती है। इस शिवलिंग का उल्लेख कई पुराणों में भी पाया जाता है। पुराणों के अनुसार यह एक अनोखा और महान शिवलिंग है। जिसकी पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कई भक्त तो इस शिवलिंग के रहस्य के लिए यहां पहुंचते हैं, लेकिन कई लोगों में इस जगह के प्रति विशेष आस्था है।

vikas Arya
vikas Aryahttp://wahgazab.com
समाचार पत्र पंजाब केसरी में पत्रकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। कई वर्षो से पत्रकारिता जगत में सामाजिक कुरीतियों और देश दुनिया के मुख्य विषयों पर लेखों के द्वारा लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा हूं। अब मेरा प्रयास है कि मैं ऑनलाइन मीडिया पर भी अपने लेखों से लोगों में नई सोच और नई चेतना का संचार कर सकूं।

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