श्मशान में लोगों का दाह संस्कार किया जाता हैं इस तथ्य से तो भलीभान्ति परिचित होंगे, पर हमारे देश में एक ऐसा श्मशान भी जहां पर मृत लोगों की चिता को ताले से बंद करके रखा जाता हैं। आपको यह बात शायद अजीबोगरीब लगे पर यह सच है। इस अनोखे श्मशानघाट का नाम “शांति वन श्मशान घाट” है जो कि पंजाब के लुधियाना में स्थित शाम नगर में है। यहां मृत लोगों के दाह संस्कार के बाद उनकी चिताओं को ताले लगाकर रखा जाता है। असल में ऐसा मृत लोगों की अस्थियों की सुरक्षा के लिए किया जाता है।
चिता पर लगाया जाता है ताला –
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इस श्मशान में मृत लोगों की अस्थियों को सुरक्षा देने के लिए श्मशान घाट प्रशासन की ओर से चिता पर एक लोहे को पिंजरा रख दिया जाता है और उस पर ताला लगा दिया जाता है। जिसकी चाबी मृत व्यक्ति के परिजनों को दे दी जाती है। चौथे की रस्म के तहत जब मृतक के परिजन चिता से अस्थियां लेने के लिए आते हैं तो वे लोग ही पिंजरे का ताला खोलकर अस्थियां उठाते हैं। मृत लोगों की अस्थियों की सुरक्षा के लिए यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। यहां की प्रबंधक कमेटी से जुड़े स्वामी अरुण अत्री बताते हैं कि “तांत्रिक क्रियाओं से सुरक्षा के लिए ऐसा किया जाता है। गर्भवती महिलाओं तथा कुंवारे लोगों की अस्थियों की सुरक्षा विशेष रूप से की जाती है। कई बार मृतकों के परिजनों को अस्थियों की सुरक्षा के लिए खुद से रुकना पड़ता था। यही कारण था कि श्मशान की कमेटी ने यह निर्णय लिया।”
तांत्रिक क्रियाओं से बचाने के लिए किया जाता है यह कार्य –
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इस बारे में स्वामी अरुण अत्री ने यह भी बताया कि “कुछ समय पहले एक महिला दीवार फांद कर श्मशान के अंदर चली आई थी और चिता के पास बैठ कर कोई पाठ करने लगी। जब उस महिला को पकड़ कर पुछा गया तो उसने बताया कि उसको किसी तांत्रिक ने यह कहा था कि यदि वह चिता के पास यह पाठ करेगी तो उसके घर का क्लेश ख़त्म हो जायेगा। इस मामले में पुलिस में भी तहरीर देनी पड़ी थी।” इस प्रकार से देखा जाए तो लोगों की अस्थियों को तांत्रिक और तंत्र क्रिया से बचाने के लिए इस प्रकार का इंतजाम किया गया है।