सागर यानि समुंद्र कितना गहरा और बड़ा होता है उसे देखने के बाद में किसी भी व्यक्ति का इस बारे में अनुमान लगाना कठिन ही है पर इसके बादवजूद भी यदि कोई सागर सूख जाए तो यह काफी आश्चर्य की ही बात कही जा सकती है, हालांकि सागर के सूखने की इस बात पर यकीन करना बहुत ही मुश्किल ही है पर यथार्थ यही है कि दुनिया का एक सागर लगभग पूरी तरह से सूख चुका है, आइये जानते हैं इस सागर के बारे में।
Image Source:
इस सागर का नाम है “अरल सागर”, यह कजाखस्तान और उत्तरी उज्बेकिस्तान के बीच में स्थित है पर वर्तमान में यह करीब 90 प्रतिशत सूख चुका है। एक दौर अरल सागर का वह भी था जब इसमें 1,534 आइलैंड थे और इस सागर को आइलैंड्स का सागर कहा जाता है पर पिछले 50 सालों में यह लगभग 90 प्रतिशत सूख चुका है। इस सागर के सूखने को अब तक की सबसे बड़ी पर्यावरण त्रासदी कहा जाता है। 1960 में यह सागर सूखना शुरू हुआ था और 1970 तक यह 4 भागों में बट गया था।
Image Source:
इस सागर के सूखने का असर यहां की अर्थव्यस्था को सबसे ज्यादा हुआ, यहां की फिशिंग इंड्रस्टी पूरी तरह से डूब गई तथा इकोनॉमिक क्राइसिस पूरी तरह से फ़ैल गया। सागर सूखने की वजह से वर्तमान में गर्मी और सर्दी दोनों ही यहां के लोगों को परेशान किये हुए हैं। जानकारी के लिए आपको यह बता दें कि इस सागर के सूखने की वजह बना था सोवियत संघ का एक प्रोजेक्ट। यह प्रोजेक्ट एक सिंचाई प्रोजेक्ट था जिसमें सिंचाई के लिए यहां की नदियों को मोड़ दिया गया था, यह सब 1960 में शुरू हुआ था और तभी से इस सागर के सूखने का सिलसिला शुरू हो गया था। इस सागर के उत्तरी हिस्से को बचाने के लिए कजाखस्तान ने डेम प्रोजेक्ट को चलाया था जो की 2005 में पूरा हो चुका है पर इस सागर पर इस प्रोजेक्ट का कोई अधिक असर नहीं दिखा है।