इस ठिठुराती ठंड से हर कोई बचना चाहता है। गरीब लोग किसी तरह से ठंड से बचने का आसरा ढूंढ़ते हैं। वहीं, दिल्ली में रेलवे द्वारा चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान कुछ गरीबों पर कहर बन कर टूट पड़ा। इस अभियान से एक तरफ जहां वे बेघर हो गए, साथ ही एक 6 महीने के बच्चे की मौत भी हो गई। इस घटना पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाराजगी व्यक्त करते हुए रेलवे की खिंचाई की है। वहीं, बेदखल लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने में विफल रहे तीन अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया गया है। इस मामले में रेलवे ने कहा है कि बच्चे की मौत अतिक्रमण हटाने के लिए तोड़फोड़ अभियान शुरू करने से दो घंटे पहले सुबह करीब दस बजे हुई थी।
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बताया जा रहा है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान जब परिवार के सदस्य अपने समान के साथ कपड़ों को समेट रहे थे तभी कपड़ों का एक ढेर बच्चे के ऊपर गिर गया, जिस पर उन लोगों ने ध्यान नहीं दिया। 6 महीने का यह बच्चा कपड़े के ढेर के अंदर ही दब कर रह गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस संबंध में अभी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, जबकि रेलवे के अधिकारियों की तरफ से अलग- अलग बयान दिए जा रहे हैं। रेलवे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ‘पुलिस सुरक्षा में अतिक्रमण हटाने का अभियान सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर शुरू हुआ था और शाम तक समाप्त हो गया था। बच्चे के मौत की घटना का संबंध इस अभियान से नहीं है।’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मामले की जानकारी मिलते ही रात को घटना स्थल पर पहुंचे। बेघर हुए लोगों के लिए तुरंत कंबल और भोजन उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए। केजरीवाल ने इस घटना के प्रति नाराजगी व्यक्त करते ट्वीट किया कि, ‘रेलवे ने इतनी अधिक ठंड में 500 झुग्गियां ध्वस्त कर दी हैं। एक बच्चे की मौत हो गई है। भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। स्थानीय एसडीएम को भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था, लेकिन उन्होंने इसकी व्यवस्था नहीं की। इसलिए उन्हें व कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित किया गया।’ केजरीवाल ने पीड़ित लोगों को सहानुभूति देते हुए बताया है कि वे रेलवे के खिलाफ केस करने को पूरी तरह तैयार हैं।