भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए पांचवें और आखिरी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में चार विकेट पर 438 रन का बड़ा स्कोर का लक्ष्य रखा गया था। भारत की धरती पर यह ओवरऑल तीसरा सर्वोच्च स्कोर है। इस स्कोर को प्राप्त करने के लिए भारतीय टीम नाकाम रही। अक्सर बड़ा स्कोर प्राप्त करने में भारतीय खिलाड़ी नाकाम ही साबित होते हैं। इस मैच में रिकॉर्ड भी बने।
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भारत के मुबंई स्थित वानखेड़े स्टेडियम में बने इस सर्वोच्च स्कोर से पहले भी भारतीय सरजमीं पर 418 का स्कोर बना है। भारत में वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में पांच विकेट पर 418 रन बने थे। जिस मैच में वीरेंद्र सहवाग ने 219 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली थी। फिलहाल वन डे के सर्वाधिक 443 रनों का रिकार्ड स्कोर श्रीलंका द्वारा 2006 में नीदरलैंड के खिलाफ बनाया गया था।
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वानखेड़े के मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और इस मैच में तीन खिलाड़ियों ने शतकीय पारी खेलकर अपने देश के खिलाफ उतरी भारतीय टीम को एक बड़ा लक्ष्य प्रदान किया। जिसमें क्विंटन डिकाक (109), फाफ डु प्लेसिस (133) और एबी डिविलियर्स (119) ने शतक जमाए। वन डे मैच में यह केवल दूसरा अवसर है जिसमें एक पारी में तीन बल्लेबाजों ने शतक जड़े। इसी वर्ष दक्षिण अफ्रिका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जोहानिसबर्ग में हाशिम अमला (नाबाद 153), रिली रोसो (128) और डिविलियर्स (149) ने शतक जड़े थे। जिसमें 439 रन बनाए गए थे।
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दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज के अंतिम मैच में टीम इंडिया को 214 रन से हरा कर सीरीज 3-2 से अपने नाम कर ली। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बैटिंग करते हुए तीन सेन्चुरी के दम पर निर्धारित 50 ओवर्स में 438 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 36 ओवरों में 224 रन बनाकर आउट हो गई। क्रिकेट इतिहास में भारत की यह दूसरी सबसे बड़ी हार है। इससे पहले श्रीलंका ने वर्ष 2000 के शरजाह में भारत को 245 रनों से हराया था। वहीं, घरेलू पिच पर उसकी यह सबसे बड़ी हार है। भारत के लिए अजिंक्य रहाणे (87) ने बल्ले से सर्वाधिक योगदान दिया और शिखर धवन (60) के साथ तीसरे विकेट के लिए 7.55 के औसत से 112 रनों की साझेदारी की। हालांकि, भारत के लिए संघर्ष करने वाले वे दो ही बल्लेबाज रहे। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (27) तीसरे बेस्ट स्कोरर रहे। साउथ अफ्रीका के लिए कैगिसो रबाडा ने चार, डेल स्टेन ने तीन, इमरान ताहिर ने दो और काइल एबॉट ने एक विकेट चटकाया। क्विंटन डि कॉक को मैन ऑफ द मैच और एबी डिविलियर्स को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।
इस सीरीज में हर पांच मैचों में उस टीम को ही जीत मिली जिसने पहले बल्लेबाजी की। सीरीज में हर बार टॉस जीतने वाली टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत भी हासिल की। ऐसा सिर्फ 2013 में देखने को मिला था। 2013 में यह सीरीज यूएई में दक्षिण अफ्रिका और पाकिस्तान के बीच में खेली गई थी, जिसमें भी दक्षिण अफ्रिका की टीम ही विजयी रही थी।