भारत एक ऐसा देश है जहां पर विभिन्न धर्म और समुदायों के लोग रहते हैं और अपने-अपने धार्मिक विश्वासों के आधार पर अपने जीवन को आगे बढ़ाते हैं पर यदि सही से देखा जाए तो सभी के मूल में यह एक ही बात आपको मिलती है वह यह की सभी प्रकार के मजहब शांति से रहना पसंद करते हैं, प्रेम और सामंजस्य के भाव से रहना पसंद करते हैं। इस भाव को ही समझ कर लखनऊ के कुछ लोगों ने एक संगठन का निर्माण किया है जिसका नाम S2S Foundation रखा है। आइये जानते हैं इस संगठन के बारे में।
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क्या है S2S Foundation –
S2S Foundation का मतलब है Shoulder To Shoulder Foundation, इस संगठन के नाम से ही पता लग जाता है कि यह किसी धर्म विशेष का नहीं बल्कि मानवता के लिए बनाया गया संगठन है। लखनऊ, भारत का एक ऐसा शहर है जहां पर आप हिन्दू-मुस्लिम लोगों में भाईचारे को करीब से देख सकते हो, बस कभी-कभी मुस्लिम लोगों में शिया और सुन्नी की आसमान विचारधारा के चलते यहां छोटी-मोटी नकारात्मक घटनाएं देखने को मिल जाती हैं। S2S Foundation के बनाने वाले लोगों ने यह सोचा कि क्यों न इस भेदभाव को मानवीयता के जरिये मिटाया जाए, इसलिए उन्होंने मूल रूप से इस संगठन का निर्माण 2015 में किया था। 25 सितंबर 2015 को ईद-उल-जुहा के मौके पर के सामूहिक नवाज का आयोजन इस फाउंडेशन के जरिये किया गया, जिसमें सभी शिया और सुन्नी लोगों को आने की दावत दी गई थी।
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इस फाउंडेशन के लोगों को लगा की शायद ही बहुत कम लोग इस नमाज में शिरकत करेंगे पर करीब 700 लोगों ने इस फाउंडेशन के तत्वाधान में एक साथ नमाज अदा की, जो की इस बात का सबूत थी कि व्यक्ति चाहें किसी भी फिरके से ताल्लुख रखता हो वह आखिरकार चाहता शांति और अमन ही है। यह एक ऐसा फाउंडेशन है जिससे आज सभी धर्मों के लोग जुड़ चुके हैं और सभी लोगों की तादाद वर्तमान में हजारों लोगों की हो गई है। आज इस संगठन को रजिस्टर्ड भी करा दिया है और इसका एक खाता भी बैंक में हैं। यह संगठन ने अपनी एक वेबसाइट और दो व्हाट्स अप ग्रुप के जरिये लोगों को अपना सदस्य बनाता है। इस फाउंडेशन का सदस्य बनने की कोई भी फीस नहीं है और न ही इसमें किसी भी जाति या मजहब की दीवार बीच में आती है। इस संगठन का आज मूल उद्देश्य सभी धर्म के लोगों में आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ाना है।
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सभी धर्मों के लिए काम करता है S2S Foundation –
हालांकि शुरुआत में यह संगठन शिया और सुन्नी लोगों में आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए बना था पर इस संगठन का हिस्सा जब अन्य धर्मों के लोग भी बनने लगे और उनकी संख्या काफी ज्यादा हो गई तो संगठन के निर्माणकर्ताओं का भाईचारे को बढ़ाने का उद्देश्य भी बड़ा होना ही था, तो इस संगठन ने अपने कार्यों को और भी व्यापक कर लिया और सभी धर्म के लोगों में भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के कार्य में जुट गया। वर्तमान में यह संगठन सभी धर्मों के लिए बहुत से आयोजन करता है ताकि सभी लोगों में आपसी प्रेमभाव बढ़ता रहें और दूरियां कम होती रहें। प्रकाशोत्सव के पर्व पर लखनऊ के हिंडोला गुरूद्वारे में इस संगठन ने सेवई और कोल्ड ड्रिंक को बांटा और क्रिसमस पर चैरिटी होम में जा कर बेकरी गिफ्ट्स इस संगठन के द्वारा दिए गए। इसके बाद में गुरु तेग बहादुर गुरूद्वारे में इस संगठन की ओर से ही ‘All-Community’ इफ़्तार” का आयोजन किया गया, जहां पर सभी धर्म के लोग आमंत्रित किए गए थे। इस ऐतिहासिक दिन हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई आदि सभी लोग एक साथ एक छत के नीचे खा रहें थे।
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किसी अनाथ की फीस के लिए पैसे देने हो या किसी गरीब की सर्जरी करानी हो ये लोग सभी के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। ऐसे कार्यों के लिए इस ग्रुप में आपस में ही पैसे ही इक्कठा किया जाता है। देखा जाए तो यह संगठन किसी मजहब के लिए नहीं बल्कि इंसानियत के लिए ही काम करता है क्योंकि अंततः सभी धर्म इंसानियत और मानवीयता का ही संदेश देते हैं।