आज के समय में विज्ञान की बात करें तो यह इतना आगे पहुच चुका है जिसनें धरती से लेकर पाताल तक को खोज निकाला है। लेकिन इस बार वैज्ञानिकों को एक बड़ी सफलता मिली है जिसके बारें में सुनकर आप भी हो जायेगें हैरान। वैज्ञानिकों ने धरती के समान ही दूसरी धरती याने कि सुपर- अर्थ ढूंढ लिया है जो सूर्य के सबसे नजदीक कक्ष में स्थित है।
बर्फ से ढकी हुई शक्ल में दिखने वाला यह ‘सुपर अर्थ’ पृथ्वी से करीब छह प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है। वैज्ञानिकों का दावा है कि खगोलविद सौरमंडल से अलग बनी इस दुनिया के बारे में कई नई जानकारियां प्राप्त कर सकते है।
बताया जाता है कि यह वैज्ञानिकों द्वारा की गई अब तक सबसे बड़ी खोज है और आने वाले समय में पृथ्वी के सबसे करीब ग्रहों के बारे में जानकारी एकत्रित करने में वैज्ञानिकों को बड़ी मदद भी मिल सकती है।
अब तक मिले शोध के दौरान पाया कि बरनार्ड स्टार के रूप में जाने वाले इस ग्रह पर ‘जमे हुए और एक धुंधली दुनिया’ भी मौजूद है जो करीब पृथ्वी से 3.2 गुना वजनी है।बता दें कि यह हमारे सौरमंडल के बाहर पृथ्वी के नजदीक रहने वाला यह दूसरा ग्रह है जो हर 233 दिनों में मेजबानी करता है।
शोध के अनुसार बताया गया है कि खोज की गई सुपर अर्थ बैसे तो निश्चित तौर पर रहने योग्य स्थान नहीं है, क्योंकि इस जगह पर ना तो पानी है और ना ही हवा। और यदि कुछ पानी और गैस है भी तो, वह ठोस के रूप में है इसलिए वहां सब कुछ जमा हुआ है।