मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है जो काफी हैरान करने वाला है। बिजौरी गांव के पास का यह मामला है, जहां पर बसाई गई यह बस्ती बैगा हितग्राही विकास योजना के अंतर्गत बनाई गई थी, जिसे वहां की सरकार ने बैगा जनजाति की सुविधाओं को ध्यान में रखते बनाया था, इस बस्ती को बने 5 साल बीत चुके है पर इस बस्ती पर इंसान तो क्या परिंदा भी पर नहीं मारना चाह रहा है। पिछले पांच वर्षों से बनी हुई यह बस्ती पूरी तरह से वीरान पड़ी हुई है यहां के लोगों के मकान आज भी खाली पड़े हुए हैं, मिली जानकारी के अनुसार इस गांव में किसी भूतों का साया है।
क्या है पूरा मामला-
लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक इस गांव में जब वह बसने के लिए आए थें उसी दौरान वहां पर किसी शख्स कि अचानक मौत हो गई। उसके मौत की रात को सभी घरों की चादर और टीनें भयानक अवाज के साथ हिलनें लगी, जिससे मौजूद लोग काफी दहशत में आ गए। 3-4 दिन लगातार आती इसी अवाजों से तंग आकर लोग उस जगह को छोड़ कर जाने लगे और आज 5 साल हो गए हैं, लेकिन कोई भी इस जगह पर वापस लौटने को तैयार नहीं है।
प्रशासन भी इस मामले में नजरअंदाज कर चुपचाप बैठी हुई है, जिन गरीब आदिवासियों के लिए इस बस्ती को बनाया गया था वो लोग अंधविश्वास के चलते जर्जर हालत में टूटी-फूटी झोपड़ियों में रहकर जीने के लिए मजबूर हो चुके है। जब यह बात चारों ओर फैलनें लगी तब प्रशासन की नींद खुली है, जिस पर जांच की जा रही है।