हमारे देश में ट्रिपल तलाक पर बड़ी बहस चल रही है। हाल ही में केंद्र सरकार ने ट्रिपल तलाक पर कानून बनाने के लिए लोकसभा में एक बिल पेश किया था, जिसको पास कर दिया गया है। अब वह बिल राज्य सभा में जायेगा। इस बिल को “वीमेन प्रोटेक्शन” का नाम दिया गया है। वर्तमान में बिल तो बन गया है और लोकसभा में पास भी हो चुका है लेकिन इससे पहले तक ट्रिपल तलाक ने बहुत सी महिलाओं का जीवन बर्बाद कर दिया है। इनमें से कुछ मामले बहुत अजीबोगरीब किस्म के हैं। आज हम आपको इस प्रकार के ही कुछ मामलों के बारे में बता रहें हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इन मामलों के बारे में।
1 – नमकीन के पैकेट के कारण मिला तलाक
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यह मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से सामने आया था। इस प्रकार का मामला आपने शायद ही पहले कभी सुना हो। मामला गाजियाबाद जिले के अन्तर्गत आने वाले लोनी क्षेत्र का है। यहां के निवासी सलीम ने महज एक नमकीन के पैकेट की वजह से अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था। पीड़ित महिला के पिता का कहना है कि सलीम उनकी लड़की उम्मेदा को दहेज़ के कारण पहले से बहुत परेशान करता था। घटना वाले दिन सलीम 2 नमकीन के पैकेट लाया था। उनमें से एक पैकेट को उसकी पत्नी ने अपने मायके भेज दिया। बस इसी बात पर सलीम को गुस्सा आ गया और उसने उम्मेदा को तलाक दे दिया।
2 – खुदा के सामने तलाक
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तलाक वैसे तो पत्नी के सामने दिया जाता है, मगर एक शख्स ने खुदा के सामने तलाक दे कर अपनी पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया। यह भी बड़ा अजीबोगरीब मामला है। यह मामला लखनऊ का है। यहां पर रुबीना मिर्जा की शादी अब्दुल बेग के साथ हुई थी। निकाह के बाद ही अब्दुल रुबीना से कार की मांग करने लगा था। रुबीना ने जब मना किया तो अब्दुल ने उसको घर से बाहर निकाल दिया। रुबीना ने कहा कि “मैंने तुमको कल रात ही तलाक दे दिया था। छत पर मैंने अकेले में खुदा के सामने तुमको तलाक दे दिया था और उन्होंने मेरी फरमाइश कबूल कर ली।”
3 – व्हाट्सएप और चिट्ठी से तलाक
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आज के समय में लोग व्हाट्सएप का काफी बड़ी गिनती में उपयोग कर रहें हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि तलाक के लिए भी लोग व्हाट्सएप का यूज करने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के विजयनगर सेक्टर-11 से सामने आया था। यहां पर फिरोज़ा का निकाह करीम से हुआ था। वह फिरोज़ा से दहेज लाने की मांग करता था। एक दिन उसने व्हाट्सएप पर फिरोज़ा को ट्रिपल तलाक लिख कर भेज दिया जिसको मुस्लिम धर्मगुरुओं ने तलाक स्वीकार कर लिया।
इसी प्रकार का एक और मामला भी सामने आया है जिसमें चिट्ठी से तलाक दिया गया था। यह मामला देवरिया की नाजमा का है। इनका निकाह गुलशन से हुआ था। निकाह के बाद से ही दहेज़ को लेकर गुलशन नाजमा को परेशान करने लगा था। बाद में दहेज़ की फरमाइश पूरी न होने के कारण “26 नवंबर 2015” को गुलशन ने चिट्ठी पर टीम बात तलाक लिख कर नाजमा को भेज दी थी और इसको मुस्लिम धर्म गुरुओं ने तलाक स्वीकार कर लिया था।
इस प्रकार के और भी बहुत से मामले हैं जिनमें अपने स्वार्थ के लिए लड़के पक्ष वालों ने शादी के बाद महिला को तलाक दे दिया था। अब देश में इस पर कानून बनने वाला है ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लग सके।