प्रकृति के बारे में यदि बात करें, तो ये हमें बहुत कुछ देती है लेकिन इसका दुरूपयोग किया जाए तो यह अपना रूप भी बदल लेती है। इस समय चारों ओर लगातार पेड़ो के कटने से हमें ना जानें कितनी मुश्किलों को झेलना पड़ रहा है, पर एक गांव ऐसा है भी जहां पर लोग पेड़ को काटने से दूर भागते है। यहां पर पेड़ों की जड़े जिस किसी के खेत में जाती है वो वहां से अपनी जमीन को ही छोड़ दूर भाग जाता है क्योंकि उन पेड़ों की जड़ो को काटने से ही हो जाती है मौत।
जी हां, यह बात बिल्कुल सच है, यह घटना है चंडीगढ़ से करीब 40 किमी दूर जिला फतेहगढ़ साहिब के चरोटी कलां गांव की। यहां पर एक बरगद का पेड़ है, जो करीब 500 साल पुराना है, काफी पुराने होने के कारण इसकी जड़े चारों ओर फैल रही है। जिसके कारण ये जड़े लोगों के खेतों तक भी पहुंच जाती हैं, जिससे किसानों को खेती करते समय काफी दिक्कत होने लगती है पर वो लोग इसे काटने की बजाय वहां खेती करना ही बंद कर देते हैं। बताया जाता है कि जो कोई भी इसकी जड़ो को काटनें का प्रयास भी करता है, उसकी कुछ ही समय में मौत हो जाती है। या फिर उसके परिवार के किसी सदस्य की मौत हो जाती है। कई सालों से चली रही इस मान्यता को लोग डर से मानते चले आ रहें हैं, जिसके चलते किसान परेशान हैं। उनकी खेती पर संकट बना हुआ है क्योंकि मौत के डर से कोई भी इस पेड़ को काटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
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गांव के लोगों का कहना है कि बरगद का यह पेड़ 500 साल पुराना है, जिसके समीप ही शंकर जी का मंदिर है जहां पर लोगों की सभी मुरादें पूरी होती है और इसी श्रद्धा अंधविश्वास के कारण यहां के गांव वाले इस पेड़ को काटने की भूल नहीं करते बल्कि चुपचाप अपनी जमीन छोड़ देते हैं।