वैसे तो भगवान शिव का अभिषेक मूलतः गंगा जल से ही किया जाता है, पर आज हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में बता रहें हैं जहां भगवान शिव का अभिषेक गन्ने के रस से किया जाता है। जी हां, आपको हम बता दें कि गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक किया गया है छत्तीसगढ़ के जिला विलासपुर के “दक्षिणमुखी हनुमान शिव मंदिर” में। यह मंदिर विलासपुर की मिशन रोड पर स्थित है। इस मंदिर में हाल ही में पार्थिव पूजन का कार्य किया जा रहा था, जिसके चलते मंदिर के पुजारियों ने उज्जैन के महाकाल शिवलिंग जैसे ही एक शिवलिंग का निर्माण किया तथा उसका अभिषेक गन्ने के रस से किया।
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आपको बता दें कि सावन माह की द्वादशी की तिथि के अवसर पर मंदिर के पुजारियों ने इस मंदिर में ही ज्योर्तिलिंग की आकृति का निर्माण किया था तथा उस पर ही गन्ने के रस से अभिषेक किया गया था। इस अवसर पर जब मंदिर के पुजारी से शिवलिंग का अभिषेक गन्ने के रस से करने का रहस्य पूछा गया, तो मुख्य पुजारी पंडित प्रेम मिश्रा ने कहा कि यदि शिवलिंग का अभिषेक गन्ने के रस से किया जाता है तो लक्ष्मी की प्राप्ति होती है तथा व्यापार में भी वृद्धि होती है। पंडित जी ने आगे कहा कि भगवान शिव एकमात्र ऐसे देवता है जो धरती के मानव की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं इसलिए ही भगवान शिव की उपासना हर किसी को करनी चाहिए।