दुनियाभर के कई देश अंतरिक्ष में अपने सेटलाइट भेज कर अतरिक्ष को खंगालने में लगे हैं ऐसे में एक ऐसी सेटेलाइट का भी ज़िक्र आता है जो आधुनिक सेटेलाइट के पूर्वज के तौर पर देखा जा रहा है। ब्लैक नाइन सेटेलाइट ये ऐसा नाम है जिसके बारे में दुनिया में किसी को कोई जानकारी है, वैज्ञानिकों में इसके ऊपर काफी मतभेद है, कई साइंटिस्ट मानते हैं कि ये केवल एक अफवाह है और मनगढंत कहानियों का संग्रह है लेकिन वहीं कुछ वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि ये वाकई एक सेटेलाइ है पर ये कब छोड़ा गया और किसने व कहां से छोड़ा इसकी कोई सटीक जानकारी नहीं है। यूएफओ कॉन्सपिरेसी थ्योरिसिस्ट का मानना है कि ये एक एलियन सेटेलाइट है जो 13 हज़ार साल से धरती की परिक्रमा कर रहा है। इसके बारे में पहली बार तब पता लगा जब निकोला टेस्ला के रेडियो परीक्षण के दौरान रेडियो सिगनल मिलने में काफी देरी हुई जिसका कारण उसी सेटेलाइट को माना गया। 1973 में स्कॉटलैंड के लेखक डंकन लूनन ने एनालाइज़ किया कि ये देरी अंतरिक्ष के किसी 13 हज़ार साल पुराने ऑपजेक्ट के कारण हुई थी, जो चंद्रमा की कक्षा में धरती की परिक्रमा कर रहा है, लेखक के इन दावों को महज कहानी कह कर खारिज कर दिया गया था। पर इस सेटेलाइट को लेकर आज भी कई भ्रातियां हैं। अंतरिक्ष यात्री गॉर्डन कूपर ने तो ये भी दावा किया है एक UFO धऱती की 15वीं कक्षा में देखा गया था, लेकिन इसके भी कोई सबूत नहीं मिले। वैसे आज भी कई भ्रांतियां हैं 2015 में एक शीतल पेय के विज्ञापन का नाम ब्लैक नाइट डिकोडेड दिया गया जिसकी कहानी का आधार ब्लैक नाइट सेटेलाइट को माना गया है। वैसे इन दावों और कहानियों को देखते हुए ब्लैक नाइट सेटेलाइट का रहस्य आज भी बरकरार है।
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