जशोदाबेन एक जाना-माना नाम… जिनकी पहचान बड़ी आसानी से सिर्फ मोदी के नाम से हो जाती है। हालांकि, नरेंद्र मोदी की पत्नी होने के सभी हक उन्होंने शादी के बाद ही खो दिए थे जिसका परिणाम उन्हें आज तक भुगतना पड़ रहा है। पीएम मोदी की पत्नी जशोदाबेन को अपना पासपोर्ट बनवाना है, जिसके लिए उन्हें काफी धक्के खाने पड़ रहे हैं फिर भी पासपोर्ट नहीं बन रहा है। पासपोर्ट ना बनने की वजह उनके पास मैरिज सर्टिफिकेट का ना होना बताया जा रहा है। इन स्थितियों की वजह से जशोदाबेन काफी परेशान नजर आ रही हैं।
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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जशोदाबेन ने पिछले महीने पासपोर्ट की अर्जी दी थी, लेकिन वहां के अधिकारियों ने उसे यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि पहले वे उन्हें अपना मैरिज सर्टीफिकेट जमा करें। अहमदाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी द्वारा बताया जा रहा है कि पासपोर्ट की अर्जी दस्तावेज पूरे न होने की वजह से रिजेक्ट की गई है।
जशोदाबेन ने 1968 में नरेंद्र भाई मोदी से शादी की थी। उन दिनों में मैरिज सर्टीफिकेट आवश्यक नहीं होता था, लेकिन पासपोर्ट कार्यालय ने अर्जी लेने से इनकार करते हुए कहा कि मैरिज सर्टीफिकेट या शपथपत्र के बिना जशोदाबेन को पासपोर्ट जारी नहीं किया जा सकता है। ऐसे में जसोदाबेन करें तो क्या करें। एक तरफ पीएम मोदी आए दिन देश विदेश की यात्रा कर दुनियावालों के दिलों में अपनी जगह बना रहे हैं, तो दूसरी तरफ उनकी पत्नी सिर्फ अपने पति के नाम के लिए तरस रही हैं, जो उन्हें आज तक नहीं मिला। जिसकी वजह से वह विदेशों में रह रहे अपने रिश्तेदारों से मिलने तक नहीं जा पा रही हैं। पासपोर्ट तैयार ना होने के कारण उन्हें अधिकारियों के पास भटकना पड़ रहा है।
फिलहाल तो जशोदाबेन उत्तरी गुजरात के ब्रह्मवदा गांव में भाई अशोक मोदी के साथ रहती हैं और वो एक रिटायर अध्यापिका हैं।