पढ़ने लिखने की कोई उम्र नहीं होती, यह बात साबित की है राजस्थान के भरतपुर में रहने वाले 59 साल के मेयर शिव सिंह ने। दरअसल मेयर साहब 59 साल की उम्र में दसवीं की परीक्षा में बतौर छात्र शामिल हुए और परीक्षा भी दी।
मेयर साहब जब परीक्षा केंद्र पर पहुंचे तो वहां परीक्षा देने वाले छात्र और व्यस्थापकों में अचानक शोर शराबा शुरू हो गया, लेकिन जब वह बतौर छात्र निर्धारित सीट पर बैठे तब सबको यह माजरा समझ में आया। यही नहीं जब परीक्षा के बीच में चेकिंग की गई तो उसमें भी मेयर ने पूरा सहयोग किया और अपने जूते जुराब उतार कर चेकिंग कराई।
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मेयर साहब परीक्षा सेंटर पर अपनी लाल बत्ती गाड़ी से पहुंचे। हालांकि परीक्षा देने जब मेयर आए तो उनकी लाल बत्ती पर कैप लगा हुआ था। मेयर शिव सिंह ने बताया कि 1971 से 72 तक परिवार से जुड़ी कुछ परेशानियों के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ गई थी। यह बात उन्हें हमेशा सालती रहती थी कि उन्होंने दसवीं कक्षा तक पास नहीं की। इस वजह से उन्होंने यह परीक्षा देने का मन बना लिया और पूरी तैयारी कर परीक्षा भी दे दी।
हम आपको बता दें कि मेयर शिव सिंह भरतपुर के जाने माने करोड़पति लोगों में से एक हैं। वह शहर के कई पेट्रोल पंप के अलावा कई और कारोबार के मालिक भी हैं।