दुनिया की मशहूर कंपनी हर्ले डेविडसन की ओर से 2016 के लिए ‘लेडी ऑफ द हार्ले’ के खिताब से नवाजी गईं भारत की बेटी मशहूर लेडी बाइकर वीनू पालीवाल रविवार की शाम सड़क हादसे में दुनिया को अलविदा कर गईं, पर वीनू की अचानक हुई मौत पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। मौत की असल वजह से अभी पर्दा नहीं उठ पाया है।
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सूत्रों के अनुसार वहां पर मौजूद वीनू के साथी बाइकर दीपेश तंवर ने आरोप लगाया है कि हादसे के बाद ग्यारसपुर अस्पताल में वीनू को एक इंजेक्शन लगाया गया था और वही गलत इंजेक्शन उसकी मौत की वजह बना जिससे उसकी जान गई। इसके अलावा साथी के कथनानुसार वीनू ग्यारसपुर में प्राथमिक उपचार से पहले तक होश में रही और बात भी करती रही, लेकिन जैसे ही वहां के अस्पताल में इंजेक्शन लगाया गया तुंरत उनकी सेहत बिगड़ने लगी और यही उनकी मौत का कारण भी बना। वहीं दूसरी ओर सीएमएचओ ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह लिवर का बर्स्ट होना पाया गया है।
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कारण कोई भी हो पर लापरवाही तो हुई है। यहां आपको बता दें कि वीनू बाइक चलाने में मास्टर थीं। सैकड़ों किलोमीटर बाइक से सफर करना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। यही वजह थी कि हर्ले डेविडसन ने वीनू को लेडी ऑफ हार्ले-2016 चुना था। वीनू की एक मंशा थी जिसमें वो पूरे भारत का दौरा कर भारत की खूबसूरती को दुनिया के हर क्षेत्रों में दर्शाने के लिये एक फिल्म बनाना चाह रही है। जिसके माध्यम से वो बताना चाह रही थी कि मेरा भारत अन्य देशों की तुलना में कितना सुंदर है, लेकिन अचानक आई मौत के सामने लेडी बाइकर का सपना अधूरा रह गया। दूसरी ओर वीनू के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। वीनू अपने परिवार के लिए महज एक बेटी भर नहीं थी, वो बूढ़े मां बाप का सहारा भी थी। वीनू की मौत से उनके बुढ़ापे की लाठी भी टूट गई है।