देश में बहुत बड़ी संख्या में गांव है, पर क्या आप किसी ऐसे गांव के बारे में सुना है जिसकी आबादी से ज्यादा संख्या वहां के मोरों की है। आज हम आपको देश के ऐसे ही गांव के बारे में बता रहें हैं। दरअसल इस गांव के लोगों से ज्यादा यहां पर मोर पक्षियों की संख्या है इसलिए इस गांव को “मोरो का गांव” भी कहा जाता है। यह गांव मध्य प्रदेश के जिले नीमच के अंतर्गत आने वाले रामपुरा-कुकड़ेश्वर के बीच है। इस अनोखे गांव का नाम “वासनिया गांव” है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां पर करीब 700 लोगों की आबादी है पर गांव में मोरो की संख्या 800 है।
image source:
वासनिया गांव ग्राम पंचायत भगोरी के अंतर्गत आने वाला गांव है और यह जिला मुख्यालय से 60 किमी की दुरी पर स्थित है। आपको बता दें कि इस गांव में खिरनी के विशालकाय पेड़ो की संख्या 800 से ज्यादा है तथा यहां 2 बड़े तालाब भी हैं। यही कारण है कि इस गांव में मोरों की संख्या काफी ज्यादा है। इन मोरों के प्रति गांव वाले बहुत सजग रहते हैं और इनका काफी ध्यान भी रखते हैं। खिरनी के विशाल पेड़ों को मोर पक्षियों ने अपना बसेरा बनाया हुआ है तथा इनमें आने वाले फलों को ये भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं।
इस गांव के निवासी परसराम तथा सीताराम इस बारे में कहते हैं कि हम लोगों ने अपने बचपन से ही इस गांव तथा इसके आसपास मोरों को देखा है। वासनिया गांव में 80 से 85 मकान है तथा यहां करीब 700 लोग निवास करते हैं जबकि यहां पर मोर पक्षियों की संख्या 800 से अधिक है। ग्राम पंचायत भगोरी के सरपंच “माना बाई रामेश्वर” के अनुसार “इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में मोर रहते हैं और हम लोग इनको लम्बे समय से देख रहें हैं। क्षेत्र के लोग इन मोरो के प्रति काफी जागरूक हैं तथा शिकार आदि की घटना से इनको बचाते हैं।”