आज के समय में अपराध का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वर्तमान में न्यूज़ पेपर्स तथा न्यूज़ चैनल्स भी देश विदेश में बढ़ते अपराध की मामलों पर लगातार खबरें देते रहते हैं। आज यदि हम अपने समाज में झांक कर देंखे तो हमें बहुत से हत्या, चोरी, बलात्कार समेत अन्य कई जुर्मों की खबर मिल जाएगी। आमतौर पर हत्या होने पर अपराधी को सजा मिलती है लेकिन कई स्थितियां ऐसी भी हैं जिनमें हत्या करने पर कोई सजा नहीं दी जाती है। आइये जानते हैं इन विशेष स्थितियों के बारे में।
1 – खुद की रक्षा के लिए
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यदि आप की हत्या करने के लिए कोई व्यक्ति आप पर हमला करता है और अपनी रक्षा करते हुए आप उस व्यक्ति को मार देते हो तो इसको कत्ल नहीं माना जायेगा। यह नियम भारतीय दंड सहिता की धारा 103-104 के तहत आता है।
2 – तर्कसंगत आत्मरक्षा
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यदि आप किसी अन्य व्यक्ति के साथ हैं और आपको लगता है कि वह व्यक्ति आपको मार सकता है अथवा ऐसा करने वाला है। उस समय यदि आप उसके ऊपर हमला कर देते हैं और उस व्यक्ति की मौत हो जाती है तो इस प्रकार की हत्या की कोई सजा नहीं दी जाती है।
3 – महिला सुरक्षा
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यदि किसी महिला को लगता है कि उसके साथ वाला व्यक्ति उसका कत्ल या रेप कर सकता है और इस स्थिति में अपने बचाव के लिए महिला उस व्यक्ति को मार देती है तो इसे कत्ल की भी कोई सजा नहीं मिलती है।
4 – संपत्ति सुरक्षा के लिए हत्या
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भारत का संविधान हर व्यक्ति को “संपत्ति सुरक्षा का अधिकार” देता है। यदि किसी व्यक्ति को किसी अन्य व्यक्ति के बारे में ऐसा महसूस होता है कि वह व्यक्ति मेरी संपत्ति को हानि पहुंचा सकता है या छीन सकता है तो ऐसी स्थिति में हमले के दौरान हुई मौत को कोर्ट मर्डर नहीं मानता है और संपत्ति मालिक को कोई सजा नहीं देता है।
5 – एसिड अटैक से बचाव के दौरान हत्या
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यदि की महिला को ऐसा महसूस होता है कि कोई व्यक्ति उस पर एसिड अटैक कर सकता है। ऐसी स्थिति में अगर महिला उस पर हमला कर देती है और इस हमले में उस हमलावर की मौत हो जाती है तो इस स्थिति में भी कोर्ट इसको हत्या नहीं मानेगा।