कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक पंडरहली नाम का गांव है। यहां ढेर सारे लोगों का जमावड़ा लगता है और उनके बीच बच्चे को नंगा कर पूरे गांव और खेतों में घुमाया जाता है। आपको बता दें ये सब कोई सजा नहीं है बल्कि अंधविश्वास को बोया हुआ बीज है। यहां के गांव वालों का मानना है कि नंगे बच्चे को पूरे गांव में घुमाने से इंद्र देवता खुश हो जाते हैं। इस कड़वे सच को जानकर आपके मुंह से भी यही निकलेगा कि ये कैसा रिवाज है? ये गांव सूखे की समस्या का सामना कर रहा है, जिसके चलते वो एक बच्चे को नंगा करते हैं, गले में उसके फूलों की माला होती है और माथे पर बड़ा सा टीका… कुछ इसी हालत में बच्चे को गांव में घुमाया जाता है। यहां तक कि उसके पांव भी नंगे होते हैं।
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दरअसल लोगों का अंधविश्वास है कि इस तरह पूजा करने से उनको सूखे की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। ये प्रथा सालों पुरानी है और ये गांव भी सालों से सूखे की मार झेल रहा है। जिसके चलते वो किशोरावस्था में बच्चे से पूजा कराते हैं और बाद में उस बच्चे को नए कपड़े दिए जाते हैं। बहरहाल इस पूजा से खुश होकर इंद्र देवता ने इस गांव में बारिश की या नहीं इसका तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस अंधविश्वास के बीज जो यहां सालों पहले बोये गये थे उसकी फसल को एक बार फिर काटा जा चुका है।