साथ जीएंगे, साथ मरेंगे.. वाले गाने की इस धुन को तो आपने फिल्म लैला में सुना ही होगा। जिसमें वो अपने प्यार को पाने के लिए सभी हदें पार कर देते है, पर ये कहानियां सिर्फ फिल्मीं पर्दों के पीछे तक ही सीमित नहीं है। एक जोड़े ने अपने प्यार की इस संज्ञा को हकीकत में बदल दिया। इस जोड़े के प्यार के सामने मौत भी हार गई। इन दोनों ने अपने प्राण एक साथ ही त्याग दिए मानों प्रकृति ने भी अपने नियम कुछ पल के लिए बदल दिए। इतना ही नहीं इनके कमरे में लगी घड़ी भी इनके जाने के साथ ही बंद हो गयी।
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ये मामला कोरियाई युद्ध में फौजी रहे हेनरी डी लांगे और उनकी धर्मपत्नि जेनेट का है। जिनका विवाह 1953 में म्यूजिशियन में हुआ था एक दूजे के लिए पूरी तरह से समर्पित होकर दोनों ने अपनी जिंदगी अपने पांच बच्चे के साथ रहते हुए गुजार दी।
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87 वर्ष की उम्र में जेनेट अल्जाइमर जैसी बीमारी की चपेट में आ गई। तो दूसरी ओर उनके पति हेनरी प्रोस्टेट कैंसर जैसी भयानक बीमारी का शिकार हो गये। दोनों का इलाज एक नर्सिंग होम में होने लगा। पर अपने प्रियतम से ज्यादा दूर ना रहने के कारण हेनरी अपनी पत्नी जेनेट से मिलने दिन में कई बार नर्सिंग होम जाते थे। लेकिन जब हेनरी की हालत ज्यादा खराब होने लगी तो दोनों को एक ही नर्सिंग होम में और एक ही रूम में रखकर भर्ती करा दिया गया।
लेकिन मौत का भी एक अजीब सयोग देखो, जब जेनेट ने अपने प्यार से शाम 5:10 मिनट पर अंतिम विदा ली, तो इसके ठीक 20 मिनट के बाद उनके हमसफर रहे पति नें भी अपनी कसमों को पूरा करते हुए अपनी अंतिम सांस ली और अपनी पत्नि के साथ इस दुनिया से विदा हो गए।
इनकी मौत को देख एक पल के लिए प्रकृति नें भी अपनी समय रोक दिया। कमरे में लगी घड़ी की सुई अचानक बंद हो गई। इन दोनों युंगल प्रेमी के प्यार को देख मौत भी मानो हार मान गई।