एक तरफ जहां राजस्थान के लोग सूखे की मार से जूझ रहे हैं तो वहीं राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे के लिए पुष्कर में अस्थायी हेलीपैड पर लाखों लीटर पानी बहाया गया। आपको बता दें कि पुष्कर में पहले से ही स्थायी हेलीपैड मौजूद है, लेकिन सीएम राजे की सुविधा के लिए दूसरा हेलीपैड बनाया गया। सीएम वसुंधरा मंगलवार को पुष्कर में सावित्री माता मंदिर पर जाने के लिए रोपवे का उद्घाटन करने पहुंची थी। जहां अस्थायी हेलीपैड बनाया गया वहां से ढाई किलोमीटर की दूरी पर स्थायी हेलीपैड मौजूद था, लेकिन सीएम राजे के आराम और सुविधा के लिए दूसरा हेलीपैड बनाया गया। जिसके लिए तीन दिन में लाखों लीटर पानी खर्च हो गया।
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बर्बाद हुआ है लाखों लीटर पानी
सीएम राजे के लिए बनाए गये नये हेलीपैड में कम से कम रोज 40 पानी के टैंकर लगे। एक टैंकर में लगभग 5000 लीटर पानी आता है। इस मुताबिक करीबन 6 लाख लीटर पानी बर्बाद हुआ है। इस पानी से वहां की मिट्टी पर छिड़काव किया गया ताकि वहां की सूखी मिट्टी गीली हो जाए। जब इस मामले को लेकर मीडिया ने सीएम और अजमेर के प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
जिस पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने हाथ से मौका नहीं गंवाया। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि “जहां राजस्थान के लोग सूखे से जूझ रहे हैं वहीं राज्य की सीएम राजे लाखों लीटर पानी अपनी सुख सुविधा के लिए बहा रही हैं। ”
इस लिस्ट में इन नेताओं के नाम भी हैं शामिल
इससे पहले महाराष्ट्र के रीहेबिलिएशन मिनिस्टर एकनाथ खादसे के लिए लातूर जिले के बेलकुंड गांव में अस्थायी हेलीपैड के लिए 10 हजार लीटर पानी बर्बाद किया गया था। गौरतलब है कि लातूर के लोग काफी समय से सूखे की मार झेल रहे थे। हाल ही में हुई बारिश ने लातूर के लोगों को थोड़ी राहत पहुंचाई।
वहीं आंध्र प्रदेश के सीएम नायडू अनंतपुर जनसभा में पानी की बचत के लिए भाषण देने पहुंचे थे, लेकिन उनके लिए भी हेलीपैड बनवाने में 20 हजार पानी की बर्बादी हुई थी।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी सूखे की मार झेलने वाले ललितपुर जिले का दौरा करने गए थे। जहां पर अस्थायी हेलीपैड बनवाने में हजारों लीटर पानी का नुकसान हुआ।